सरकार देहरादून से दिल्ली एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक लोडकम करने की तैयारी में है। इसके लिए आशारोड़ी से मसूरी तक नया बाईपास रोड बनाया जाएगा। लोक निर्माण विभाग योजना तैयार कर रहा है।
देहरादून-दिल्ली एक्सप्रेस-वे से पर्यटकों की संख्या में भारी इजाफे की संभावना को देखते हुए सरकार मसूरी के लिए नए बाईपास पर विचार कर रही है। इसके तहत आशारोड़ी से लेकर मसूरी तक के लिए अलग सड़क की योजना बनाई जा रही है। लोक निर्माण विभाग की ओर से तैयार की जा रही योजना के अनुसार, आशारोड़ी से झाझरा होते हुए डूंगा और फिर वहां से सीधे मसूरी के लिए नई सड़क बनाई जाएगी।
इससे दून-दिल्ली एक्सप्रेस-वे से मसूरी के लिए आने वाले पर्यटक आईएसबीटी से पहले ही मुड़ जाएंगे और उनको शहर के बीच नहीं जाना पड़ेगा। इस बाईपास के निर्माण में डूंगा तक कोई दिक्कत नहीं आएगी। क्योंकि, आशारोड़ी से झाझरा के बीच फोरलेन हाईवे को पहले ही केंद्र से मंजूरी मिल चुकी है। झाझरा से डूंगा तक वर्तमान में भी सड़क मौजूद है। इस रूट पर काम करने के लिए मुश्किल डूंगा से मसूरी के बीच आएगी, क्योंकि डूंगा से आगे सड़क के लिए वन भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी करनी पड़ेगी।
लोनिवि के अफसरों ने बताया कि आशारोड़ी से झाझरा होते हुए नए बाईपास के निर्माण का लाभ शहर के ट्रैफिक सिस्टम को सुधारने में मिलेगा। आईएसबीटी से मसूरी जाने वालों को शहर के बीच से नहीं गुजरना पड़ेगा। अभी लोगों को शहर के बीच से गुजरना पड़ता है, जिससे शहर में जाम की स्थिति पैदा हो रही है। ऐसे में सरकार बाहरी क्षेत्र में बाईपास बनाकर यह समस्या कुछ कम करना चाहती है।
सचिव डॉ. पंकज पांडेय ने कहा, ‘दून-दिल्ली एक्सप्रेस-वे बनने के बाद मसूरी आने वाले पर्यटकों की संख्या में इजाफा होने की उम्मीद है। इसलिए, आशारोड़ी से झाझरा और डूंगा होकर मसूरी के लिए सड़क बनाई जाएगी। इससे शहर में वाहनों का दबाव कम होगा।’