हमास-इजराइल युद्ध में डेट्रॉइट के चिकित्सक ने खोए अपने 20 रिश्तेदार, अब गाजा में रह रही बहन को लेकर सता रहा डर

रोचेस्टर हिल्स (अमेरिका): अमेरिका के डेट्रॉइट में श्वसन रोग विशेषज्ञ (पल्मोनोलॉजिस्ट) डॉ. इमाद शेहादा का फोन जब भी बजता है, वह यह सोचकर चिंतिंत हो जाते हैं कि कहीं गाजा में उनके प्रियजनों के बारे में कोई बुरी खबर तो नहीं है। डॉ. शेहादा (47) ने बताया कि सात अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल में चरमपंथी समूह हमास के हमले के बाद इजराइल-हमास के बीच युद्ध शुरू हो गया जिसमें अब तक उनके 20 रिश्तेदार तथा अन्य लोग मारे जा चुके हैं। गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक 11,000 से अधिक फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए, जिसमें दो-तिहाई महिलाएं और नाबालिग शामिल हैं, जबकि 2,700 लोगों का कोई पता नहीं है। इजराइल में अब तक 1,200 से अधिक लोगों की मौत हुई है, जिनमें से अधिकतर लोग हमास के हमले में मारे गए हैं। फिलिस्तीनी चरमपंथी करीब 240 लोगों को इजराइल से बंधक बना कर गाजा ले गए हैं। शेहादा ने इजराइल-हमास के युद्ध में जिन प्रियजनों को खोया है उनमें उनके रिश्ते के भाई मोहम्मद खैरिस और खैरिस के तीन बच्चे तथा 19 वर्षीय मायर शामिल हैं। उन्होंने बताया कि मायर गर्भवती थी। उन्होंने बृहस्पतिवार को डब्यूएक्सवाईजेड टीवी को बताया, “जब आप इन संघर्षों के बारे में सुनते हैं, तब लोगों की मौत से आपका दिल टूट जाता है। लेकिन जब आपके प्रियजनों पर हमला होता है, तब यह दुख बिल्कुल ही अलग होता है।” उन्होंने कहा, “यह बहुत भयावह है। यह एक बुरा सपना है, जो खत्म नहीं हो रहा।” रोचेस्टर हिल्स के डेट्रॉइट में श्वसन रोग विशेषज्ञ (पल्मोनोलॉजिस्ट) शेहादा का जन्म कुवैत में हुआ था। लगभग दो दशक पहले अमेरिका जाने से पूर्व वह सीरिया में रहते थे। उन्होंने डेट्रॉइट में वेन स्टेट विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है। शेहादा के माता और पिता दोनों का जन्म गाजा के बाहर एक गांव में हुआ था। वे अब अमेरिका में रहते हैं। शेहादा की एक बहन अमेरिका में रहती है और दूसरी बहन गाजा में है। उन्होंने बताया कि दोनों टेक्स्ट संदेशों के माध्यम से संपर्क में रहते हैं, क्योंकि भीषण युद्ध के कारण, रोती हुई बहन के रुंधे गले से निकलती आवाज को सुनना मुश्किल होता है। उन्होंने कहा, “मेरी बहन के बगल वाले घर पर मिसाइल से हमला हुआ, जहां मेरे 12 रिश्तेदार रहते थे। वह घर मेरी बहन के घर से केवल 10 मीटर की दूरी पर था।
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