देहरादून: महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बाद पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पहली बार चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को शिवसेना का सीएम मानने से साफ इनकार कर दिया। साथ ही, कहा कि अगर भाजपा पहले ही ऐसे कर लेती तो राज्य में महाविकास अघाड़ी की जरूरत ही नहीं पड़ती।
उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘जो कुछ भी कल हुआ, उसके बारे में मैंने अमित शाह से पहले ही कह दिया था। हम भाजपा-शिवसेना के गठबंधन में ढाई साल के लिए शिवसेना का मुख्यमंत्री चाहते थे। अगर वे पहले ही इसके लिए तैयार हो जाते तो यहां महा विकास अघाड़ी की जरूरत ही नहीं होती।’
उद्धव ठाकरे ने मेट्रो शेड प्रोजेक्ट की जगह बदलने को लेकर हो रही चर्चाओं पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि मेरा गुस्सा मुंबई के लोगों पर न निकाला जाए। मेट्रो शेड का प्रपोजल नहीं बदलें। मुंबई के वातावरण से खिलवाड़ न करें।
साथ ही उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे की सरकार बनाने के तरीके पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि जिस तरह इस सरकार का गठन किया गया और कथित रूप से शिवसेना के कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री बनाने की बात कही जा रही है, यही बात मैंने अमित शाह से भी कही थी। यह सबकुछ सम्मानजनक तरीके से हो सकता था। उस वक्त शिवसेना आधिकारिक रूप से आपके साथ थी, लेकिन अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे शिवसेना के सीएम नहीं हैं।