देहरादून: पीड़ित राज्य आंदोलनकारी मंच के सदस्यों ने बुधवार से राज्य आंदोलनकारियों को राज्याधीन सेवाओं में 10 % क्षैतिज आरक्षण बहाली की मांग को लेकर राजधानी देहरादून के शहीद स्मारक पर अनिश्चितकालीन क्रमिक अनशन व धरना शुरू कर दिया है।
मंच के अध्यक्ष क्रांति कुकरेती ने बताया कि विधानसभा चुनाव से पूर्व मुख्यमंत्री से कई बार बातचीत की गई थी और मुख्यमंत्री की पहल पर माननीय मंत्री परिषद ने अंतिम बैठक में महामहिम राज्यपाल से राज भवन में लंबित एक्ट पर हस्ताक्षर का अनुरोध भी किया गया था। परन्तु अभी भी इस विषय पर कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं हुई है। इसलिए विवश होकर आंदोलनकारी पुनः आंदोलन हेतु सड़कों पर उतर रहे हैं।
हल्द्वानी से आये हुये आंदोलनकारी मनोज जोशी ने कहा कि हम माँग पूरी होने तक घर वापसी नहीं करेंगे। यही कारण है कि आंदोलन को अब सेवा रत कर्मियों ने भी समर्थन देना आरम्भ कर दिया है।
पहले दिन धरने पर वीरेंद्र रावत, पंकज रावत, सूर्यकान्त बमराडा, मनोज कुमार, उमेश जोशी, राम किशन,नवनीत गुसाईं अध्यक्ष राष्ट्रीय उत्तराखंड पार्टी, अम्बुज शर्मा, शिव प्रसाद, क्रांति कुकरेती, प्रभात डंडरियाल, विनोद असवाल , प्रदीप कुकरेती, दिवाकर उनियाल, प्रभा नैथानी , सुनीता खण्डूरी ,पुष्प लता सिलमाना आदि बैठे।