देहरादून: राजस्थान के उदयपुर में हुए हत्याकांड से करीब हफ्ते भर पहले महाराष्ट्र के अमरावती में भी इसी तरह केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या हुई थी। राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद अब यह मामला तूल पकड़ रहा है। केंद्र ने जहां इसकी भी एनआईए जांच के आदेश दे दिए हैं, वहीं अमरावती की सांसद नवनीत राणा ने इस मामले में पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
अमरावती में उमेश प्रहलादराव कोल्हे (54) की हत्या 21 जून को गला रेत कर की गई थी। उस वक्त वह अपनी दुकान से घर जा रहे थे, तभी बीच रास्ते में बाइक सवार बदमाशों ने उनका गला काट दिया था। हमलावरों ने इसका भी वीडियो बनाकर वायरल किया था। यह वारदात अमरावती के घंटाघर के पास श्याम चौक पर हुई थी।
जिसके बाद सांसद राणा ने आरोप लगाया कि अमरावती की पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह ने मामले को दबाने की कोशिश की। राणा ने कहा कि हमने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा और उन्होंने इस मामले की जांच एनआईए को सौंपने का आदेश दिया।
केमिस्ट कोल्हे की हत्या के 12 दिन बाद अमरावती की पुलिस आयुक्त ने मीडिया के समक्ष माना कि यह मामला भी उदयपुर हत्याकांड जैसा है। यह वारदात भी नुपुर शर्मा पक्ष में पोस्ट करने से संबंधित है। सांसद राणा ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि 12 दिनों के बाद पुलिस आयुक्त घटना पर स्पष्टीकरण दे रही हैं। पहले उन्होंने कहा था कि यह लूट की वारदात से जुड़ा मामला है। लूट बताकर मामले को दबाने का प्रयास किया गया। राणा ने अमरावती की पुलिस आयुक्त की भी इस मामले में जांच की मांग की।
अमरावती पुलिस ने शनिवार को कहा कि केमिस्ट की हत्या सोशल मीडिया पोस्ट से संबंधित है। पुलिस ने कहा कि हत्या के मास्टरमाइंड को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले में अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। अमरावती के इरफान खान (32) को शनिवार को नागपुर से गिरफ्तार किया गया। खान ने कथित तौर पर कोल्हे की हत्या की साजिश रची थी और अन्य लोगों को भी इसमें शामिल किया था। गृह मंत्रालय ने शनिवार को केमिस्ट की हत्या की जांच भी उदयपुर की हत्या की तरह एनआईए को सौंप दी।