देहरादून: एक स्टिंग ऑपरेशन में चेतन शर्मा ने भारतीय टीम और खिलाड़ियों से जुड़े कई खुलासे किए थे। जिसके बाद वह लगातार विवादों में बने हुए थे। अब उन्होंने भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम की चयन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। चेतन शर्मा ने अपने अपना इस्तीफा बीसीसीआई सचिव जय शाह को भेजा है और उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है।
जानकारी के अनुसार, चीफ सेलेक्टर चेतन ने कई विवादित दावे किए थे। बोर्ड के साथ कॉन्ट्रैक्ट में रहते हुए किसी भी खिलाड़ी या अधिकारी को मीडिया में किसी भी निजी मामले पर बातचीत की इजाजत नहीं होती है। चेतन ने इसका उल्लंघन किया था। जिसकी वजह से उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा।
बता दें, चेतन शर्मा ने एक टीवी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में विराट कोहली और सौरव गांगुली के रिश्ते से लेकर खिलाड़ियों के इंजेक्शन लेने सहित कई मामलों पर गंभीर खुलासे किए थे। चेतन शर्मा ने कहा था कि भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी 80 प्रतिशत फिट होने पर इंजेक्शन लेते हैं और 100 प्रतिशत फिट हो जाते हैं। ये पेन किलर नहीं होते हैं। इन इंजेक्शन में ऐसी दवा होती है जो डोप टेस्ट में नहीं पकड़ी जाती है। नकली फिटनेस के लिए इंजेक्शन लेने वाले इन सभी खिलाड़ियों के पास बाहर भी डॉक्टर होते हैं।
बुमराह की वापसी को लेकर हुआ मतभेद
चेतन शर्मा ने यह भी आरोप लगाया था कि पिछले साल सितंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए स्ट्रेस फ्रैक्चर से बुमराह की वापसी को लेकर उनके और टीम मैनेजमेंट के बीच मतभेद थे। बुमराह अभी भी एक्शन से बाहर हैं और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गावस्कर सीरीज से बाहर हो चुके हैं। वह भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज में भी नहीं खेलते दिखेंगे।
कोहली-गांगुली के बीच अहंकार की लड़ाई
चेतन शर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि पूर्व कप्तान कोहली और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली के बीच अहंकार की लड़ाई थी। चेतन ने कोहली के कप्तानी विवाद पर खुलासा करते हुए कहा था कि कोहली को लगा था कि सौरव गांगुली की वजह से उन्हें कप्तानी गंवानी पड़ी, लेकिन ऐसा नहीं है। चयन समिति की वीडियो कॉन्फ्रेंस में कई लोग थे, तब गांगुली ने कोहली से कहा था कि फैसले को लेकर एक बार सोच लो। मुझे लगता है कि कोहली ने इसे नहीं सुना बीसीसीआई ने इस मामले को गंभीरता से लिया|