चारधाम यात्रा 2025: यात्रा मार्ग पर मिलेगा स्वच्छ और पौष्टिक भोजन, होटल-ढाबों के लिए जारी हुए सख्त दिशा-निर्देश

चारधाम यात्रा 2025 को लेकर उत्तराखंड सरकार ने यात्रियों की सुविधाओं को और बेहतर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों के अनुरूप, अब यात्रा मार्ग पर स्थित होटल और ढाबों को स्वच्छ, पौष्टिक और सुरक्षित भोजन उपलब्ध कराने के लिए सख्त दिशा-निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा। यह निर्णय चारधाम यात्रा के दौरान लाखों श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य सुरक्षा और संतोषजनक अनुभव सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिया गया है।

पर्यटन विभाग के अनुसार, हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यात्रा पर निकलते हैं। इस भारी भीड़ के बीच, भोजन की गुणवत्ता और स्वच्छता सुनिश्चित करना एक बड़ी चुनौती होती है। इसलिए सरकार ने इस बार यात्रा मार्ग पर स्थित सभी भोजनालयों, होटल और ढाबों की निगरानी के लिए सख्त इंतजाम किए हैं।

पर्यटन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में सभी राज्यों को निर्देशित किया है कि वे पर्यटन स्थलों पर साफ-सफाई और खाद्य सुरक्षा पर विशेष ध्यान दें। उत्तराखंड सरकार ने इस दिशा में तुरंत कार्रवाई करते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग को सक्रिय कर दिया है। अब यात्रियों को परोसा जाने वाला भोजन न केवल स्वादिष्ट, बल्कि पूरी तरह से सुरक्षित और स्वच्छ होगा।

खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमें यात्रा के दौरान नियमित रूप से होटल, ढाबों और अन्य खानपान प्रतिष्ठानों का निरीक्षण करेंगी। यदि कहीं भी स्वच्छता या खाद्य मानकों में लापरवाही पाई जाती है तो संबंधित प्रतिष्ठान के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, स्थानीय प्रशासन और पुलिस को भी सतर्क रहने और हर स्तर पर निगरानी बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।

सरकार ने यात्रियों से भी अपील की है कि वे स्वच्छता और भोजन की गुणवत्ता को लेकर जागरूक रहें और किसी भी तरह की अनियमितता की सूचना तुरंत प्रशासन को दें। इस पहल का मुख्य उद्देश्य चारधाम यात्रा को न केवल आध्यात्मिक रूप से सफल बनाना है, बल्कि इसे स्वास्थ्य और सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी आदर्श बनाना है।

निष्कर्षतः, चारधाम यात्रा 2025 के लिए सरकार की यह नई व्यवस्था न केवल श्रद्धालुओं की सेहत की रक्षा करेगी, बल्कि राज्य के पर्यटन को भी नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक साबित होगी।

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