देहरादून: पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार हुई अर्पिता मुखर्जी ने कहा कि मेरे घर से जब्त किया गया पैसा मेरा नहीं है। उन्होंने दावा किया है कि यह पैसा उनकी गौरमौजूदगी में रखा गया था।
दरअसल, कुछ दिन पहले अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों से करीब 50 करोड़ से ज्यादा रुपये बरामद हुए थे। इससे पहले पार्थ चटर्जी भी दावा कर चुके हैं कि पैसा उनका नहीं है। चटर्जी ने शुक्रवार को कहा था कि वह ‘‘साजिश का शिकार’’ हुए हैं।
वहीं, सोमवार को ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि चटर्जी ने कथित स्कूल भर्ती घोटाले की जांच के संबंध में ईडी के ज्यादातर सवालों का जवाब नहीं दिया है। पूछताछ के दौरान ज्यादातर वक्त वे चुप ही रहे। वह गिरफ्तारी के बाद से ही हमारे साथ सहयोग नहीं कर रहे हैं। वह अक्सर थकावट की शिकायत करते हैं और हमारे सवालों के जवाब देने से बच रहे हैं। हमने चटर्जी से उनके दावों के बारे में पूछा था कि छापे में बरामद नकदी उनकी है या नहीं? हम इस धन के स्रोत के बारे में पता लगा रहे हैं।