देहरादून: तेलंगाना में उपद्रवियों को नियंत्रित करने के लिए की गई पुलिस फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई है, जबकिआठ लोग घायल हो गए| घायलों को सिकंदराबाद के ही गांधी अस्पताल में एडमिट कराया गया है।
अग्निपथ योजना के विरोध में चल रहा आंदोलन जानलेवा साबित होने लगा है| तेलंगाना में स्थित सिकंदराबाद के रेलवे स्टेशन पर सुबह से ही बड़ी संख्या में युवा अग्निपथ का विरोध करने पहुंचे थे| इस दौरान कुछ उपद्रवियों ने ट्रेन में आग लगादी और जमकर तोड़फोड़ की| साथ ही पुलिस पर भी पथराव किया, उन्हें नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बलों को फायरिंग करनी पड़ गई। जिसमे एक यूवक की मौत हो गयी वहीं आठ लोग बुरी तरह से घायल हो गए| घायलों को सिकंदराबाद के ही गांधी अस्पताल में एडमिट कराया गया है।
एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने कहा कि जीआरपी को उपद्रव के चलते फायर करने पर मजबूर होना पड़ा। इससे पहले लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोले दागे गए थे, लेकिन इसके बाद भी गुस्साए प्रदर्शनकारी नहीं माने और तोड़फोड़ एवं आगजनी करते रहे। इसी के चलते फायरिंग का फैसला लेना पड़ा था।
उन्होंने कहा कि उपद्रवियों को नियंत्रित करने के लिए जीआरपी की ओर से 15 राउंड गोलियां दागी गई थीं। वहीं उपद्रवियों की पत्थरबाजी में दो सिपाही भी जख्मी हुए हैं।
बता दें, प्रदर्शनकारियों ने एक ट्रेन की कुछ बोगियों में आग लगा दी और रेलवे स्टेशन की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। यही नहीं रेलवे स्टेशन के बाहर खड़ी बसों पर भी तोड़फोड़ की गई है। उपद्रव इतना बढ़ गया कि रेलवे प्रशासन ने सभी ट्रेनों को स्टेशन के अंदर आने से रोक दिया।
पुलिस का कहना है कि सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी रेलवे स्टेशन में अचानक घुस आए और तोड़फोड़ मचा दी। यहां तक कि स्टेशन पर लगने वाले स्टॉलों को भी तहस-नहस कर दिया। उन लोगों के हाथों में लाठी और डंडे थे। इसके अलावा पत्थरबाजी भी कर रहे थे।
पुलिस का कहना है कि उपद्रवियों की ओर से स्टेशन पर खड़ी कुछ ट्रेनों पर पत्थर फेंके गए। इन ट्रेनों में यात्री बैठे थे और पत्थरबाजी के चलते कुछ लोग घायल हो गए। हमला होता देख अपनी जान बचाने के लिए वे लोग भागे और अफरातफऱी मच गई। इसके बाद उन्होंने कोलकाता जाने वाली ईस्ट कोस्ट एक्सप्रेस ट्रेन की कुछ बोगियों में आग लगा दी।