38वें राष्ट्रीय खेल: छात्र-छात्राओं को जोड़ने के लिए शुरू होगी प्रचार मुहिम, तैयारियों की समीक्षा जारी

उत्तराखंड अपनी स्थापना के रजत जयंती वर्ष में 38वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी कर रहा है। यह भव्य आयोजन 28 जनवरी से 14 फरवरी तक विभिन्न शहरों में आयोजित किया जाएगा। खेलों को लेकर छात्र-छात्राओं और जनता को जोड़ने के उद्देश्य से 12 जनवरी से विशेष प्रचार अभियान शुरू किया जा रहा है।

छात्र-छात्राओं के लिए विशेष पहल

राष्ट्रीय खेल सचिवालय ने युवा दिवस के अवसर पर 12 जनवरी से आठ प्रचार कैंटर स्कूलों और कॉलेजों में भेजने का निर्णय लिया है। इन कैंटरों के माध्यम से छात्र-छात्राएं न केवल खेलों के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे, बल्कि क्यूआर कोड स्कैन कर मुफ्त में अपनी सीटें भी बुक कर सकेंगे।

विशेष प्रमुख खेल सचिव और राष्ट्रीय खेल सचिवालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमित सिन्हा ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य अधिक से अधिक युवाओं को राष्ट्रीय खेलों से जोड़ना है। इस बार के खेलों में देहरादून, हरिद्वार, शिवपुरी-ऋषिकेश, कोटी कालोनी टिहरी, नैनीताल, रुद्रपुर, खटीमा, हल्द्वानी, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ में विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी।

आईओए और जीटीसीसी की कड़ी निगरानी

खेलों की तैयारियों को लेकर भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) और गेम्स टेक्निकल कंडक्ट कमेटी (जीटीसीसी) सक्रिय हो गई हैं। जीटीसीसी अध्यक्ष सुनैना कुमारी और उनकी टीम देहरादून में तैयारियों की समीक्षा कर रही है। खेल आयोजन तक जीटीसीसी के कुछ सदस्य देहरादून स्थित खेल सचिवालय में रहेंगे।

सुनैना कुमारी ने बताया कि तैयारियां प्रगति पर हैं, लेकिन कुछ क्षेत्रों में तेजी लाने की जरूरत है। बृहस्पतिवार को अधिकारियों के साथ बैठकों का दौर जारी रहेगा।

तैयारियों में चुनौतियां और विवाद

खेलों से संबंधित तैयारियां कई जगहों पर अधूरी हैं। एथलेटिक्स ट्रैक, ताइक्वांडो, गोल्फ और स्वीमिंग जैसे खेलों की तैयारी अभी भी चिंता का विषय बनी हुई है।

  • गोल्फ: एफआरआई में नौ होल वाला गोल्फ कोर्स है, जबकि आयोजन के लिए 18 होल की आवश्यकता है। पौंधा में निजी मैदान पर उम्मीद टिकी है, लेकिन वह भी अभी फाइनल नहीं हुआ है।
  • स्वीमिंग: हल्द्वानी में स्वीमिंग पूल में पानी गर्म करने के लिए उपकरणों का ट्रायल जारी है।
  • एथलेटिक्स: महाराणा प्रताप स्टेडियम का एथलेटिक्स ग्राउंड अभी तैयार नहीं हुआ है।
  • खेल संघों में विवाद: ताइक्वांडो और गोल्फ संघों में विवादों के कारण ट्रायल कैंप आयोजित नहीं हो सके हैं।

आखिरी दौर में तेजी की उम्मीद

जीटीसीसी ने 10 जनवरी तक उपकरणों की खरीद और अन्य तैयारियों की समयसीमा तय की है। इन सभी चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए जीटीसीसी के सदस्यों को खेल सचिवालय में लगातार मौजूद रहने का निर्णय लिया गया है।

भव्य आयोजन की तैयारी

राष्ट्रीय खेल सचिवालय का कहना है कि सभी तैयारियों को समय पर पूरा कर लिया जाएगा। उत्तराखंड सरकार और खेल निदेशालय इस आयोजन को भव्य और ऐतिहासिक बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।

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