देहरादून: सहसपुर क्षेत्र में एक तलाकशुदा पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पूर्व पति की हत्या कर दी| पुलिस ने महिला और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया। दोनों को न्यायालय के आदेश पर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया| हत्या की वजह बेटे के भविष्य को लेकर थी|
जानकारी के अनुसार मीट कारोबारी की हत्या उसकी तलाकशुदा पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर की| कारोबारी लगातार अपनी संपत्तियों को बेच रहा था। ऐसे में महिला को डर था कि वह उसके बेटे के लिए कुछ नहीं छोड़ेगा। अपने बेटे के भविष्य की चिंता में महिला ने यह कदम उठाया।
गुमान सिंह की बहन पुष्पा देवी की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। इस दौरान मकान तक आने वाले रूट के करीब 45 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी गई। फुटेज में एक महिला मोटरसाइकिल पर एक व्यक्ति के साथ आती दिख रही थी। पुष्पा देवी ने इस महिला की पहचान अपनी पूर्व भाभी आशा यादव के रूप में की।
पुलिस ने आशा यादव के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल निकाली तो पता चला कि उसने हत्या से पहले कई दफा रणजीत सिंह (निवासी गजा, टिहरी गढ़वाल) नाम के व्यक्ति से बात की है। हत्या के बाद भी लगातार उससे बात की जा रही थी। इस पर पुलिस ने शक के आधार पर आशा यादव और रणजीत सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
एसएसपी के अनुसार आशा यादव ने पुलिस के सामने हत्याकांड का राज खोल दिया। उसने बताया कि गुमान सिंह से उसका 2013 में तलाक हो गया था। इसके बाद से उनका बेटा गुमान सिंह के साथ ही रहता था। आशा के मुताबिक गुमान सिंह उनके बेटे का ख्याल नहीं रखता था। कुछ दिन पहले पता चला कि वह लगातार अपनी संपत्तियों को बेच रहा है।
आशा ने मंगलवार शाम को गुमान को फोन कर बालूवाला स्थित मकान पर बुलाया। यहां उसके लिए शराब के दो पव्वे भी लेकर गई। रणजीत ने गुमान सिंह को शराब में नशे की गोलियां मिलाकर दे दी। जब रात में उसे नींद आ गई तो दोनों ने गुमान सिंह का गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया।
गुमान सिंह से अलग होने के बाद आशा सेलाकुई में घरों में काम कर अपना जीवन यापन कर रही थी। दो साल पहले वह रणजीत के संपर्क में आई थी। इसके बाद से दोनों में नजदीकियां बढ़ती गईं। बीते दिनों दोनों ने एक-दूसरे के साथ रहने तक के वादे कर लिए थे। पुलिस के अनुसार रणजीत ने ही आशा को गुमान सिंह को रास्ते से हटाने की युक्ति बताई थी।