देहरादून: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की बात को सच बताया है। मुलाकात केवल सामाजिक, राजनीतिक और शिष्टाचार भेंट कहा हैं| उन्होंने कहा कि हां दो दिन पहले नीतीश कुमार से मुलाकात हुई और कई मुद्दों पर चर्चा भी हुई। इस दौरान हमलोग किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे।
उन्होंने आगे कहा कि मैं अपने अभियान से पीछे नहीं हटूंगा। मेरी जनसुराज यात्रा जारी रहेगी। मैं राज्य के सभी लोगों से मुलाकात करूंगा और उन्हें बिहार के भविष्य को लेकर समझाऊंगा।
प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार का साथ एक ही शर्त पर दूंगा यदि वे एक साल के भीतर 10 लाख बेरोजगार युवाओं को नौकरी दे देते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार को कई क्षेत्रों में सुधार करने की जरूरत है लेकिन बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा है। नीतीश जब तक रोजगार के वादे को पूरा नहीं करते तब तक किसी भी कीमत पर साथ जाने के लिए नहीं सोचूंगा। मेरा जो लक्ष्य है उसे पूरा करने की कोशिश में लगा रहूंगा।
प्रशांत किशोर ने कहा कि मेरी और नीतीश कुमार की मुलाकात कोई रात में नहीं हुई बल्कि 4.30 शाम में हुई और यह लगभग दो घंटे चली। मुलाकात के दौरान हमदोनों ने एक दूसरे के सामने अपनी बातें रखीं लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला। मैंने जो सवाल उठाए हैं, रास्ता चुना हूं, उसपर कायम हूं।