देहरादून: लखीमपुर खीरी में हुई दो बहनों की हत्या के मामले में गुरुवार को पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि दुष्कर्म के बाद घटना को कुल छह लोगों ने अंजाम दिया हैं। पुलिस ने सभीआरोपीयों के गिरफ्तार होने की जानकारी दी हैं| जिस पर पॉक्सो से संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
आरोपियों की पहचान छोटू, सुहेल, जुनैद, हफीजुल्लाह, करीमुद्दीन, आरिफ के रूप में हुई है। पुलिस ने एक अभियुक्त जुनैद को झंडी चौकी क्षेत्र में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है, जुनैद के पैर में गोली लगी है।
एसपी ने बताया कि आरोपी लड़कियों को बहला-फुसला खेत में ले गए थे। सभी आरोपी आपस में दोस्त हैं। मुख्य आरोपी छोटू मौके पर मौजूद नहीं था। सुहेल और जुनैद ने पूछताछ में दुष्कर्म की बात कबूल की है। मुख्य साजिशकर्ता गांव के छोटू ने ही किशोरियों से इनकी दोस्ती कराई थी।
उन्होंने आगे बताया कि बुधवार को छोटू दोनों लड़कियों को बहला फुसलाकर खेत में ले गए और वहां उनके साथ दुष्कर्म किया।
पुलिस द्वारा जबरन पोस्टमार्टम कराने की बात को गलत बताते हुए पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम परिवार वालों की मौजूदगी में कराया जा रहा है, जिसकी वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है। आरिपियों के कपड़े का और उनका डीएनए टेस्ट भी कराया जा रहा है|
बता दें, यह घटना लखीमपुर जिले के निघासन थाना इलाके के एक गांव की हैं| बुधवार शाम करीब छह बजे अनुसूचित जाति की दो सगी बहनों के शव पेड़ से लटके मिले थे। मां का कहना है कि शाम करीब पांच बजे उनके सामने ही एक पड़ोसी और तीन अन्य लोग दोनों बेटियों को अगवा कर ले गए थे। घटना से गुस्साए परिजनों ने ग्रामीणों के साथ सदर चौराहे पर जाम लगा दिया था। मामले में देर शाम आईजी लक्ष्मी सिंह ने आरोपियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब जाकर जाम समाप्त हुआ।