देहरादून: कांग्रेस पार्टी को लगातार एक के बाद एक झटके लगते जा रही है । इसी बीच पौड़ी गढ़वाल में तीन बार से ब्लॉक प्रमुख महेंद्र सिंह राणा ने कांग्रेस से नाता तोड़ लिया है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी लिखे पत्र में राणा ने प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए अपनी उपेक्षा का आरोप लगाया है। साथ ही कांग्रेस में चाटुकार संस्कृति को हावी होने पर चिंता भी जाहिर की।
राणा ने कहा कि वर्ष 2017 और 2022 में वो विधानसभा टिकट के सशक्त दावेदार थे। लेकिन पार्टी के स्थानीय नेतृत्व ने तरजीह नहीं दी। हालिया कुछ समय से पार्टी में निष्ठावान और जनाधार वाले नेताओं की लगातार उपेक्षा की जा रही है। कहा कि कार्यकर्ताओं के बजाए नातेदार और चाटुकारों को तवज्जों दी जा रही है।
इससे आम कार्यकर्ता बेहद दुखी है। दूसरी तरफ, प्रदेश उपाध्यक्ष-संगठन मथुरादत्त जोशी ने कहा कि अभी उन्हें राणा के इस्तीफे की जानकारी नहीं है। पीसीसी को उनका इस्तीफा प्राप्त नहीं हुआ है। बहरहाल हर व्यक्ति निर्णय लेने को स्वतंत्र है, लेकिन उनके द्वारा लगाए जा रहे आरोप सरासर निराधार हैं। मेरा मानना है कि निष्ठावान कार्यकर्ता वहीं है जो संकट के वक्त पार्टी के साथ खड़ा रहे। समय के साथ धारा बदलने वाले को अवसरवादी ही कहा जा सकता है।