17 मई का दिन स्वदेशी युद्धपोत निर्माण के क्षेत्र में भारतीय नौसेना के लिये ऐतिहासिक दिन रहा क्यों कि आज मझगांव डॉकयार्ड में दो स्वदेशी जंगी जहाज लॉन्च किए गये है। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यहां आयोजित एक कार्यक्रम में दोनों जंगी जहाजों को हरी झंडी दिखाकर लॉन्च किया। भारतीय नौसेना के मुताबिक ये दोनों वॉरशिप यानि जंगी जहाज आईएनएस सूरत और आईएनएस उदयगिरी के नाम से जाने जाएंगे।
दोनों ही जंगी जहाजों का डिजाइन नौसेना के नेवल डिजाइन निदेशालय ने तैयार किया गया है। आईएनएस सूरत भारतीय नौसेना के प्रोजेक्ट 15बी का नेक्सट जेनरेशन स्टेल्थ गाईडेड मिसाइल डेस्ट्रोयर है। आईएनएस सूरत प्रोजेक्ट 15बी का चौथा युद्धपोत और प्रोजेक्ट 15ए यानि कोलकता-क्लास डेस्ट्रोयर युद्धपोत के मुकाबले एक बड़ा मेकओवर है। प्रोजेक्ट 15बी का पहला युद्धपोत आईएनएस विशाखापट्टनम पिछले साल यानी 2021 में भारतीय नौसेना में शामिल हो गया था।
जबकि बाकी दो आईएनएस मारमुगाव और आईएनएस इम्फाल के ट्रायल चल रहे हैं। आईएनएस सूरत को गुजरात की वाणिज्यिक-राजधानी सूरत के नाम पर रखा गया है। सूरत को मुंबई के बाद पश्चिमी भारत का दूसरा सबसे बड़ा कॉमर्शियिल-हब माना जाता है। 16वीं शताब्दी से लेकर 18वीं सदी तक सूरत को जहाज निर्माण में एक अग्रणीय शहर माना जाता था। यहां बने जहाज 100-100 साल तक समदंर में ऑपरेशनल रहते थे।