कोटद्वार: कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी की हार का मुख्य कारण वरिष्ठ नेताओं के मध्य मतभेद को बताया हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गुटबाजी को खत्म करते हुए निर्गुट कांग्रेस संगठन का गठन करना उनका मुख्य उद्देश्य है। संगठन का स्वरूप छोटा करते हुए कर्मठ, योग्य व मेहनती कार्यकत्र्ताओं को संगठन में शामिल किया जाएगा। साथ ही करन माहरा ने प्रदेश सरकार पर चारधाम यात्रा संचालन को लेकर अव्यस्थाओं का आरोप लगाया।
प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार कोटद्वार पहुंचे करन माहरा ने पनियाली वन विश्राम गृह में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। इस दुरान उन्होंने कहा कि चुनाव में कांग्रेस अपनी सरकारों के कार्यकाल में संचालित महत्वपूर्ण योजनाओं को जनता के बीच नहीं रख पाई। इसके अलावा कांग्रेस में बड़े नेताओं के आपसी मतभेदों से भी पार्टी को भारी नुकसान हुआ है, जोकि हार का कारण बना। उन्होंने कहा कांग्रेस हारी जरूर है, लेकिन कमजोर नहीं हुई है।
प्रदेश सरकार पर चारधाम यात्रा संचालन को लेकर अव्यस्थाओं का आरोप लगाते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यात्रा पड़ावों में बिजली-पानी का घोर अभाव बना हुआ है व सड़कों की हालत भी ठीक नहीं है। उन्होंने प्रदेश सरकार से चारधाम यात्रा संचालन में आ रही अड़चनों को तत्काल दूर करने की मांग की। कहा कि कांग्रेस जनसरोकारों के मुद्दों को उठाती रहेगी।