उत्तराखंड की भाषाओं को लेकर धाद और रूम टू रीड संस्थाओं द्वारा आयोजित मातृभाषा का समापन देवभूमि की भोजन परम्परा देहरादून में धादस्मृतिवन मे हुआ।इस अवसर पर सुप्रसिद्ध संस्कृति कर्मी
डॉ राकेश भट्ट ने अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ लोककला और भाषा का अतिसुंदर समन्वय प्रस्तुत किया ।
पहाड़ी भोजन कल्यो भी आकर्षण का केंद्र रहा।आयोजन की अध्यक्षता डॉ लोकेश नवानी ने की। कलयो फूड फेस्टिवल जिसमें पहाड़ी फ्यूजन के साथ भोजन परोसा गया।मीठी टमाटर की चटनी। गेहौत
की पाटोडी, भांगजीर की चटनी और झंगोरे की बिरयानी मुख्य भोजन का केंद रहे