देहरादून महानगर निगम के नवनिर्वाचित मेयर सौरभ थपलियाल की ऐतिहासिक जीत और जनता का उनके प्रति अपार प्रेम, उनकी सौम्यता, ईमानदार छवि व अटूट धैर्य को दर्शाता है।
कहते हैं धैर्य में शौर्य होता है, इस कहावत का सौरभ ने जीता जगता उदाहरण पेश किया है। जिस शालीनता के लिए वह जनता के बीच जाने जाते हैं, वही शालीनता चुनाव प्रचार के दौरान उनके भाषणों और बाइट में देखने को मिली। पूरे चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने नगर के विकास और सौंदर्यीकरण की बात की। चुनाव मैदान में अपने विरोधी दल के प्रत्यशियों पर सौरभ ने किसी तरह का कीचड़ नहीं उछाला।
यह सीख हम सभी आम जनता के साथ हमारे माननीयों को भी अवश्य लेनी चाहिए। सौरभ थपलियाल ने जो धैर्य और सुचितायुक्त राजनीति का परिचय दिया है, उसने आज उन्हें आसमान की बुलंदियों तक पहुंचाया है। उनकी इस कामयाबी को देखते हुए उन सभी लोगों को ये सीख अवश्य लेनी चाहिए कि जल्दबजी, क्रोध और बिना धैर्य रखे, लिए गए निर्णय अन्य लोगों के अलावा खुद के लिए भी बहुत कष्टकारी होते हैं।
फिलहाल चुनाव में जिस तरह की बंपर और ऐतिहासिक जीत उन्होंने हासिल की है। उसी तरह क्या वो नगर के विकास में भी ऐतिहासिक नाम दर्ज करेंगे? यह आगे देखना होगा।