ठेके के साथ अब बार खोले जाने का भी विरोध

कोटद्वार- देवीरोड़ पर अंग्रेजी शराब की नई दुकान खुले तीन दिन हो गये हैं। हर दिन वहां ग्रामीण महिलाएं ठेका बंद कराने के लिए पहुंच रही है। तीसरे दिन पहुंची ग्राम सिताबपुर की महिलाओं ने आसामजिक तत्वों पर आंदोलन के समय मिर्च फेंकने का आरोप लगाया है। ग्रामीण महिलाओं ने उपजिलाधिकारी से देवीरोड़ के दोनों बारों समेत सरकारी अंग्रेजी शराब की दुकान बंद करने की मांग उठाई है।
उपजिलाधिकारी को भेजे ज्ञापन में उपप्रधान संघ के अध्यक्ष विजय ध्यानी ने कहा कि जब शराब के विरोध में महिलाएं शराब की दुकान के आगे शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन कर रहे थे, इस दौरान कुछ लोगों ने महिलाओं पर मिर्च पाउडर फेंक दिया। जिससे वहां अफरा-तफरी मच गयी। उन्होंने कहा कि आंदोलन के समय वहां कुछ भी घटना घट सकती थी। इसलिए वहां पर असामाजिक तत्वों एवं अन्य लोगों पर नजर रखने को लेकर सिविल
वर्दी में पुलिस लगवाई जाये, ताकि वहां पर कोई अप्रिय घटना न घट सकें।
ग्राम प्रधान सिताबपुर मीनाक्षी रावत का कहना है कि उनकी ग्रामसभा के देवीरोड़ में शराब कारोबारियों द्वारा अंग्रेजी शराब की दुकान खोली गई है। वहां पहले से ही
सिताबपुर में दो-दो बारों का संचालन किया जा रहा है। जिसका सभी ग्रामीण व प्रतिनिधियों द्वारा विरोध किया जा रहा है, लेकिन फिर भी प्रशासन इस मामले में गंभीरता नहीं दिखा रहा है। उन्होंने कहा कि देवीरोड़ शहर की व्यस्तम सड़कों में से एक है। क्योंकि यहां से
मैदानी, पहाड़ी व भाबर क्षेत्र के लिए वाहनों का संचालन होता है। जिससे कि कभी भी कोई क्षति या दुर्घटना हो सकती है। सिताबपुर के ग्रामीणों ने ग्रामसभा से दोनों बारों एवं अंग्रेजी शराब की दुकान को अन्यत्र स्थानांतरित करने की की मांग की है। उन्होंने यदि दोनों बार और अंग्रेजी शराब की दुकानों को नहीं हटाया गया तो वह उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। ज्ञापन में वीरेंद्र थलेड़ी, विजय ध्यानी, मंजू जखमोला, ग्राम प्रधान सिताबपुर मीनाक्षी रावत, अनिता दुदपुड़ी, विद्या नेगी, आशा बिंजोला, मुन्नी देवी, संगीता रावत, सुशीला वर्मा, नीरा कांडपाल, पार्वती अधिकारी, सरस्वती देवी, प्रवेंद्र सिंह रावत, इंदु गौड़ के हस्ताक्षर हैं।

Previous articleसड़क दुर्घटना में तीन घायल
Next articleकोटद्वार डिग्री कॉलेज से की थी योगी आदित्यनाथ ने राजनीति की शुरुआत