पिछले काफी समय से देश की सुरक्षा से लेकर राजीनीति में उत्तराखण्ड से कई बड़े नाम आ चुके है, जिसमे सबसे पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार फिर सेनाध्यक्ष , फिर रॉ प्रमुख और फिर डीजीएमओ के बाद अब राष्ट्रपति के दौड़ में भी के उत्तरखंडी का नाम सुर्खियों में है। और वो नाम है डॉक्टर मुरली मनोहर जोशी। वर्तमान राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का कार्यकाल समाप्ति की ओर है। केंद्र में भाजपा पूरे बहुमत के साथ काबिज है। जाहिर है इस बार राष्ट्राध्यक्ष भाजपा की ही पसंद का होगा। उधर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ भी इस मुद्दे पर कोई समझौता नहीं चाहता। शुत्रो की माने तो खुद संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भाजपा नेतृत्व को इस बारे में संघ की इच्छा से अवगत करा दिया है।आपको बता दे कि 5 जनवरी 1934 को मुरली मनोहर जोशी का जन्म नैनीताल में हुआ था। इनकी शुरुआती शिक्षा इन्होंने यूपी के जिला बिजनोर के चांदपुर से ली, इसके बाद वो आगे की पढ़ाई करने के लिए मेरठ कॉलेज और इलाहाबाद गए थे। 1953-54 से उन्होंने आरएसएस ज्वॉइन किया और इसके बाद सक्रिय राजनीति में कदम रखा। जोशी एक टाइम पर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में फिजिक्स के प्रोफेसर भी रहे।