हर बार की तरह इस बार भी बारिश का कहर उत्तरखण्ड वासियो को झेलना पड़ रहा है। जगह जगह भूस्खलन, रास्ते बंद, बड्सल फटना जैसी खबरे सुनने को मिल रही है। पूरे उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी है। गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक जन-जीवन अस्त व्यवस्त हो गया है। पिछले दो दिन से हुई बारिश में कई घर तबाह हो गए। वहीं कुछ जगहों पर लोगों की जान पर भी खतरा बना हुआ है।
कुमाऊं में मंगलवार को भी रुक-रुक कर कभी तेज तो कभी हल्की बारिश होती रही। पहाड़ों पर तमाम स्थानों पर भूस्खलन से सड़कें बंद हो गईं। इस कारण यात्रियों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा। नाचनी में कोट्यूड़ा गांव भूस्खलन की चपेट में आ गया।
बागेश्वर जिले में सात सड़कों पर यातायात ठप पड़ा हुआ है। द्वाराहाट के जालली में एक दोमंजिला मकान गिर गया। तराई-भाबर में भी बारिश का क्रम जारी रहा लेकिन उमस बनी हुई है।
नाले-नदी में दो लोगों के शव मिले हैं, इनकी डूबने से मौत की भी आशंका जताई जा रही है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले 48 घंटों में कुमाऊं के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।