Uttarakhand : प्रदेश में बढ़ते तापमान से पिघले ग्लेशियर, नदियों में पानी भरने से बिजली उत्पादन बढ़ा

प्रदेश में लगातार बढ़ रही गर्मी से जहा लोग परेशान हैं वहीं इससे ग्लेशियर भी पिघल रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ इसके कारण नदियों में पानी भर रहा है। वहीं अब पानी के बढ़ते स्तर से उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड का बिजली उत्पादन रिकॉर्ड स्तर भी बढ़ गया है। यूपीसीएल को इससे राहत मिली है।

वहीं मई 2020 में यूजेवीएनएल का औसत उत्पादन 1.6 करोड़ यूनिट, 2021 में 1.2 करोड़ यूनिट, 2022 में 1.7 करोड़ यूनिट, जबकि 2023 में 1.3 करोड़ यूनिट रहा है।

लेकिन इस साल मई महीने में ही यूजेवीएनएल का बिजली उत्पादन रिकॉर्ड दो करोड़ यूनिट से ऊपर जा रहा है। जिससे रिकॉर्ड बिजली की मांग के साथ यह उत्पादन यूपीसीएल को बड़ी राहत दे रहा है।

गौरतलब, वर्तमान समय में यूजेवीएनएल की सभी 20 जल विद्युत परियोजनाएं चल रही हैं। जिसकी करीब 3.4 करोड़ यूनिट की क्षमता है वहीं अब गर्मियों में इसके आगे दो करोड़ यूनिट तक उत्पादन एक नया रिकॉर्ड है। वहीं इसे लेकर यूजेवीएनएल प्रबंधन ने कहा कि पहले इन दिनों पानी की कमी की वजह से परियोजनाओं से उत्पादन प्रभावित होता है लेकिन इस साल अच्छा परिणाम मिल रहा है।

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