Uttarakhand Earthquake: थराली और बागेश्वर सीमा पर भूकंप के तेज झटके, घबराकर घरों से बाहर निकले लोग

चमोली/बागेश्वर | शनिवार, 9 नवंबर 2025

उत्तराखंड में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। शनिवार दोपहर करीब 2:42 बजे चमोली जिले के थराली और बागेश्वर जिले की सीमा से लगे क्षेत्रों में धरती हिलने से लोग दहशत में आ गए। झटका कुछ सेकंड तक महसूस किया गया, लेकिन इसकी तीव्रता इतनी थी कि कई जगह लोग डर के मारे अपने घरों और दुकानों से बाहर निकल आए।


🌍 बागेश्वर में था भूकंप का केंद्र

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदकिशोर जोशी ने बताया कि भूकंप का केंद्र बागेश्वर जिले के अंतर्गत क्षेत्र में स्थित था। ग्वालदम में झटके सबसे अधिक तीव्रता से महसूस किए गए। हालांकि, राहत की बात यह रही कि अब तक किसी भी प्रकार के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है।


😨 कुछ सेकंड के लिए हिली धरती

स्थानीय लोगों के अनुसार, दोपहर को अचानक धरती हिलने लगी। झटके इतने तेज थे कि कई मकानों के दरवाजे और खिड़कियां हिलने लगीं। लोग तुरंत घरों से बाहर निकल आए और खुले स्थानों में इकट्ठा हो गए। कई जगहों पर लोगों ने एक-दूसरे को फोन कर झटकों की पुष्टि की।


⚠️ प्रशासन सतर्क, स्थिति सामान्य

भूकंप के झटके महसूस होने के बाद जिला आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी क्षेत्रों से जानकारी जुटानी शुरू कर दी है। अब तक किसी प्रकार की क्षति की रिपोर्ट नहीं मिली है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कंट्रोल रूम को सूचित करें।


🔹 उत्तराखंड भूकंपीय जोन-5 में आता है

विशेषज्ञों के अनुसार, उत्तराखंड का अधिकांश भाग भूकंपीय जोन-5 में आता है, जो देश का सबसे संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है। पर्वतीय इलाकों में लगातार आ रहे हल्के झटके इस क्षेत्र की भूकंपीय सक्रियता की ओर संकेत करते हैं।


📌 निष्कर्ष:
हालांकि शनिवार का यह झटका अल्पकालिक था और किसी नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन यह उत्तराखंड की भूकंपीय संवेदनशीलता की फिर से याद दिलाता है। प्रशासन ने नागरिकों को सतर्क रहने और सुरक्षा नियमों का पालन करने की सलाह दी है।

Previous articleDehradun Accident: पेड़ से टकराई तेज रफ्तार कार, इंजीनियरिंग छात्र की दर्दनाक मौत, दो दोस्त गंभीर रूप से घायल