Uttarakhand : प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में आयोजित उत्तराखण्ड डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ के आभार एवं अभिनंदन समारोह में शामिल हुए। इस दौरान पदाधिकारियों ने महासंघ की विभिन्न लंबित मांगों पर शासनादेश जारी करने पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। वहीं मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य के कुशल और प्रतिभाशाली इंजीनियर राष्ट्र निर्माण में उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं। साथ ही इंजीनियर हमारे राज्य की प्रगति का मुख्य स्तंभ भी है।
सीएम धामी ने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने जिसमें 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड बनाने का हैं इसे लेकर सरकार निरंतर कार्य कर रही है। बताया कि इस बार ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 3.5 लाख करोड़ रुपए से अधिक के एमओयू साइन हुए। वहीं अब तक 71 हजार करोड़ रुपए के एमओयू को धरातल पर उतारा गया है। वहीं राज्य सरकार ने योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए यूआईडीबी का गठन किया है। वहीं कालसी में हरीपुर धाम विकसित करने के साथ ही कैंची धामी, मां पूर्णागिरी मंदिर का विकास कार्य जारी है। इसके अलावा 30 नई नीतियों को लाया गया है।
वहीं राज्य सरकार ने डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ की वर्षों से लंबित समस्याओं का समाधान करते हुए विभिन्न अभियंत्रण विभागों में काम कर रहे कनिष्ठ अभियंता और अपर सहायक अभियंताओं के लिए वाहन भत्ते में वृद्धि करने के साथ प्रथम बार सहायक अभियंताओं को भी वाहन भत्ते के रूप में 4000 रुपए अनुमन्य किए गए हैं। इसके अलावा इसमें 1000 कनिष्ठ अभियंताओं को 10 वर्ष की निरंतर सेवा पर उच्च वेतन का लाभ प्रदान किया गया है।
इस कार्यक्रम में महासंघ के अध्यक्ष एसएस चौहान, महासचिव मुकेश रतूड़ी, संरक्षक डीसी नौटियाल, हरीश नौटियाल, यूएस महर सहित अन्य मौजूद रहे।