नई दिल्ली- भारतीय रेल सेवा आजकल रोज ही सुर्खियों में आई हुई है कभी अपने खाने को लेकर, कभी गंदे बिस्तर को लेकर, कभी कर्मचारियों के व्यवहार को लेकर तो कभी किसी और कारण से।
वही रविवार को भारतीय रेल विभाग में जो हुआ वो सच मे चौकाने वाला था जिससे हजारो लोगो की जान को खतरा भी हो सकता था। दरअसल अमेठी में लखनऊ से मुगलसराय जा रही मालगाड़ी के ड्राइवर व गार्ड ड्यूटी का टाइम पूरा होते ही वो दोनों गौरीगंज स्टेशन पर ट्रेन छोड़ कर चल दिए वह से दूसरे ड्राइवर और गार्ड की ड्यूटी शुरू होनी थी। सिग्नल देने के बाद भी जब ट्रेन आगे नहीं बढ़ी तो देखते ही देखते हड़कंप मचने लगा। क्योकि मलगाफी जहा खड़ी थी वहां से कुछ ही दूरी पर सड़क मार्ग पर रेलवे का फाटक बंद होने से गौरीगंज-अठेहा मार्ग पर लंबा जाम लग गया। इससे लोगों को घण्टो परेशान होना पड़ा वहीं एक मालगाड़ी तथा वाराणसी-लखनऊ पैसेंजर ट्रेन भी इसी कारण खड़ी रही।
स्टेशन मास्टर ने चालक भरतलाल मीणा व गार्ड सुशील कुमार से संपर्क किया तो उन्होंने ड्यूटी टाइम पूरा होना कह ट्रेन को आगे ले जाने से मना कर दिया। भारतीय रेल में हुई कल की इस घटना को देखकर साफ जाहिर होता है कि पिछले कुछ दिनों से रेलवे की शिकायतें टीवी पर लगातार दिखाए जाने के बाद भी उनके कान में जू तक नही रेंगी। लेकिन इनकी लापरवाही से यदि कोई बड़ी दुर्घटना होती तो कौन जिम्मेदार होता।