कारगिल विजय दिवस पर राज्यपाल ने दी शहीदों को श्रद्धांजलि

देहरादून: कारगिल विजय दिवस के अवसर पर राज्यपाल ले. जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने देहरादून के चीड़बाग स्थित शौर्य स्थल पर बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने राष्ट्र की सीमाएं सुरक्षित होने को वीर जवानों का त्याग एवं बलिदान बतायाI कारगिल विजय दिवस के अवसर पर उत्तराखंड के बलिदानियों को राज्यपाल ले. जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने राजधानी देहरादून के चीड़बाग स्थित शौर्य स्थल पर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत की सेना ने अपने शौर्य और पराक्रम से हमेशा देश का गौरव बढ़ाया है। इस पर हम सभी को गर्व है। राष्ट्र की सीमाएं इन वीर जवानों के त्याग एवं बलिदान के कारण हीसुरक्षित हैं। राज्यपाल ने कहा उत्तराखंड को यूं ही वीरों की भूमि नहीं कहा जाता। यहां तकरीबन हर एक घर से एक जवान भारतीय सेना का हिस्सा है। जिस कारण इसे वीरों की भूमि कहा जाता है। देश की रक्षा के लिए उत्तराखंड के जांबाजों ने अपना सब कुछ न्यौछावर किया है। कहा कि देश साल 1999 का कारगिल युद्ध कोई नहीं भूल पाया है। कारगिल सुनते ही लोगों को भारतीय सेना के जवानों का अदम्य शौर्य और साहस याद आता है और हर किसी का सीना गर्व से चैड़ा हो जाता है। कारगिल युद्ध में उत्तराखंड के 75 जवान देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गए थे। जिसमें से 37 जवानों को युद्ध के बाद उनके अदम्य शौर्य और साहस के लिए महावीर चक्र, वीर चक्र से लेकर मैन इन डिस्पैच पुरस्कार से नवाजा गया।
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