उत्तराखंड सरकार ने यूक्रेन में फंसे 188 राज्यवासियों की पहली लिस्ट विदेश मंत्रालय को भेज दी है। हालांकि राज्य के विभिन्न जिलों से कुछ और लोगों के
भी यूक्रेन में फंसे होने की सूचना आ रही है। लेकिन गृह विभाग प्रमाणित नामों को ही केंद्र सरकार के पास भेज रहा है। यह संख्या बढ़नी तय है।
उत्तराखण्ड शासन के टोल फ्री नम्बर के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार -यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के नागरिकों की संख्या 188 पहुंच गई है।उत्तराखंड के लगभग सभी जिलों से नागरिक
यूक्रेन में है।सबसे ज्यादा देहरादून जिले के 39 नागरिक हैं वही हरिद्वार के 35 और उधम सिंह नगर के 36 नागरिक यूक्रेन में है,।
यूक्रेन में स्थिति बिगड़ने के बाद अब यूक्रेन में फंसे नागरिकों के परिवारों की चिंता भी अब बढ़ने लगी है, परिवारजनों को भेजी जा रही जानकारी के अनुसार यूक्रेन में फंसे हुए लोग जिनमें कि
अधिकतर स्टूडेंट्स हैं बता रहे हैं कि दूतावास द्वारा उन्हें पोलैंड बॉर्डर समेत अन्य बॉर्डर पर जाने के कहा गया है, लेकिन वहां भीड़ इतनी ज्यादा है कि उन्हें रुकने और ठहरने की जगह भी नहीं
मिल पा रही,, वहीं यूक्रेन में ठंड की वजह से भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है,।
ऐसे में देहरादून की रहने वाली नमिता धीमान यूक्रेन में पढ़ाई कर रही हैं जहां से उन्होंने अपने परिवारजनों को जानकारी दी कि यूक्रेन स्थिति गंभीर होती जा रही है। उन्होंने वीडियो जारी कर मदद की अपील भी की है।
रूस और युक्रेन के बीच जारी युद्ध और वहाँ फंसे उत्तराखंड के छात्रों को लेकर कांग्रेस नेता हरीश रावत ने सोशल मीडिया के जरिये एक संदेश दिया है।
हरीश रावत ने कहा कि युक्रेन और रूस के बीच का मौजूदा संघर्ष तीसरे विश्व युद्ध की भूमिका बना रहा है। अभी बहुत से भारतीय नागरिक जिनमे उत्तराखंड के कई छात्र भी हैं,
युक्रेन मे फंसे हुए हैं।साथ ही हरीश रावत ने यह कहा कि सरकार जल्द इन लोगों की सुरक्षित वापसी की व्यवस्था करे।