गर्मी के मौसम में सोच समझ कर पियें फलों का जूस

कोटद्वार-र्मी के मौसम में जगह जगह जूस की दुकानें सज चुकी है। बड़े ही सौख के साथ लोग फलों के रस का आनंद ले रहे है। ज्यादातर लोगो का मानना है कि कोल्ड ड्रिंक, फ्रूट बियर और टेट्रा पैक के जूस नुकसान दायक होते है और दुकानों में जाकर सामने निकलवाकर पिया जाने वाला जूस सेहत के लिए ज्यादा लाभदायक है जबकि सच्चाई ये है कि भले ही कोल्डड्रिंक, फ्रूट बियर और टेट्रा पैक के जूस सेहत के लिए हानिकारक है पर ज्यादातर जूस की दुकानों पर इस्तेमाल होने वाले फलों को भी करबाइट व अन्य हानिकारक रसायनों से पकाया जा रहा है क्योंकि न तो उपभोक्ता की मांग के अनुसार हर फल बाजार में उपलब्ध हो पाता है और ये प्राकृतिक रूप से पके फलों से ज्यादा सस्ते भी होते है। मैंगो सेक,मौसमी जूस,बेल जूस और गन्ने के जूस का इस्तेमाल गर्मी के समय ज्यादा होता है कई दुकानदार दुकान के आगे ताजे फलों को सजाकर रखते है जबकि जूस निकलते समय अलग रक्खे कुछ सड़े-गले फलों को भी बीच बीच में मिला देते है जिस कारण कई तरह के रोग शरीर में होने की आशंका बढ़ती है वही दूसरी ओर गन्ने और बेल के रस के आस पास मक्खियां ज्यादा भिनकती है जिससे भी बीमारियो की आसंका बढ़ती है। वैसे तो  जूस की दुकान का संचालन बिना खाद्य सुरक्षा विभाग के पंजीकरण के नहीं हो सकता लेकिन छेत्र में खाद्य सुरक्षा विभाग की लापरवाही के चलते ज्यादातर दुकानें बिना पंजीकरण के ही चल रही है और अपनी मनमानी कर जनता की सेहत से खिलवाड़ कर रही है। खाद्य सुरक्षा विभाग को चाहिए की वो जनता की सेहत को ध्यान में रखते हुए समय समय पर जूस की दुकानों का निरीक्षण करे और साफ़ सफाई आदि का विशेष ध्यान रखने के लिए दुकानदार को निर्देशित करे।

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