देहरादून: नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी द्वारा सोनिया गांधी और राहुल गांधी को तलब करने के खिलाफ कांग्रेस रविवार को कड़ा विरोध जताएगी।
इस मुद्दे पर पार्टी 12 जून को देशभर में प्रेस कान्फ्रेंस करेगी। मनी लांड्रिंग में पूछताछ के लिए ईडी ने राहुल को 13 जून और सोनिया गांधी को 23 जून को बुलाया है। इसके लिए ईडी ने दोनों नेताओं को समन भी जारी किए हैं। ईडी मनी लांड्रिंग रोकथाम अधिनियम के तहत उनसे पूछताछ करेगी।
इस मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी समन जारी किया गया है। उन्हें 13 जून को ईडी के सामने पेश होना होगा। इस दिन कांग्रेस ने ईडी की कार्रवाई का विरोध करने के लिए पहले ही रणनीति भी बना रखी है। उस दिन दिल्ली समेत देशभर में ईडी दफ्तर के सामने कांग्रेस कार्रकर्ता धरना-प्रदर्शन और रैली करने की तैयारी में हैं।
वहीं इस केस को कांग्रेस ने भाजपा की बदले की कार्रवाई बताया है।
बता दें कि इस मामले में सोनिया गांधी को पहले 8 जून को ईडी के समक्ष पेश होना था, लेकिन कोरोना संक्रमित होने के कारण वह पेश नहीं हो सकी थीं। इसके बाद ईडी ने कांग्रेस अध्यक्षा को नया समन भेजा है। गौरतलब है कि इस मामले में उन्होंने ईडी से तीन हफ्ते का समय मांगा था। इसके बाद ईडी ने सोनिया को 23 जून को पेश होने को कहा है।
बता दें कि यह मामला एक नवंबर 2012 को तब शुरू हुआ जब दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में सुब्रमण्यम स्वामी ने एक केस दायर किया। इस मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के अलावा वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा, आस्कर फर्नांडिस, सुमन दुबे और सैम पित्रोदा को आरोपी बनाया गया था। मोतीलाल वोरा व आस्कर फर्नांडिस का निधन हो चुका है। अब यह मामला वर्तमान में राउज एवेन्यू स्थित विशेष अदालत में चल रहा है।
कांग्रेस नेताओं पर आरोप है कि यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से एसोसिएटेड पत्रिकाओं के 90.25 करोड़ रुपये की वसूली का अधिकार प्राप्त किया गया, जबकि इस अधिकार को पाने के लिए सिर्फ 50 लाख रुपये का भुगतान किया गया था।