देहरादून: विकासखण्ड कालसी के ग्राम मटियावा में भेड़-बकरी शिविर का आयोजन किया गयाI शिविर का आयोजन पशुपालन विभाग के माध्यम एवं ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना ((REAP) के सहयोग से गठित उत्तराखण्ड के पहले भेड़ बकरी पालक FPO ‘‘कालसी भेड़ बकरी किसान उत्पादन संगठन स्वायत्त सहकारिता‘‘ कालसी, देहरादून के तत्वाधान में गोट वैली प्रोजैक्ट के अन्तर्गत किया गया।
भेड़-बकरी शिविर में पशुपालन विभाग द्वारा उक्त योजना के अन्तर्गत चयनित बकरी पालकों द्वारा क्रय बकरियों की टैगिंग, पशु औषधि वितरण, बन्धयाकरण एवं पशुचिकित्सा परामर्श आदि गतिविधियों से चयनित बकरी पालकों को लाभान्वित किया गया।
गोट वैली प्रोजैक्ट के अन्तर्गत 100 बकरी पालकों की बकरियों का वर्णित के माध्यम से संगठित कर कालसी गोट वैली की स्थापना की जा रही है।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के सक्रिय सहयोग से 100 बकरी पालकों को गोट वैली प्रोजैक्ट के तहत रुपए 30000 प्रति बकरी पालक का ऋण लाभार्थियों को उक्त थ्च्व् के माध्यम से वितरित किया गया। साथ ही कालसी वैली में भेड़ बकरी से सम्बन्धित चयनित बकरी पालकों की मूल्य श्रंखला को प्रोत्साहित करने हेतु पशुचिकित्सा अधिकारी, देहरादून के सहयोग से 63000 प्रति परिवार बकरी पालकों को सहायता धनराशि जिला योजना से भी प्रदान की जाएगी।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ. विद्यासागर कापड़ी द्वारा बकरी पालकों का मार्गदर्शन किया गया एवं गोट वैली प्रोजैक्ट के क्रियान्वयन हेतु आगे की रणनीति में समस्त हितभागियों को जानकारी प्रदान की गई साथ ही, रीप परियोजना के जिला परियोजना प्रबन्धक कैलाश चन्द्र भट्ट द्वारा जानकारी दी गई कि भेड़ बकरी पालक , प्रदेश का अपने प्रकार का प्रथम भेड़ एवं बकरी पालक है, जिसके माध्यम से भेड़ बकरी आधारित मूल्य श्रृंखला को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
इस अवसर पर पशुपालन विभाग के चिकित्सक डाॅ. वरूण अग्रवाल, डाॅ. राजीव शर्मा, डाॅ. नरेन्द्र सिंह, रीप परियोजना के स्टाॅफ, ग्राम- मटियावा के ग्राम प्रधान मिजान दास, FPO गठनकर्ता संजीव चैहान एवं समस्त बकरी पालक व समस्त ग्राम वासी उपस्थित रहे।