कभी पेट्रोल पंप पर कॉफी बेचकर कमाए थे 30 रुपये, आज 200 करोड़ की मालकिन और 5 नेशनल अवॉर्ड विजेता हैं शबाना आजमी

कभी पेट्रोल पंप पर कॉफी बेचकर कमाए थे 30 रुपये, अब उनके नाम हैं 5 नेशनल अवॉर्ड; 200 करोड़ की हैं मालकिन

मुंबई | बॉलीवुड डेस्क:
बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री शबाना आजमी आज भारतीय सिनेमा की सबसे सम्मानित और प्रभावशाली हस्तियों में गिनी जाती हैं। लेकिन उनकी सफलता की कहानी संघर्ष, मेहनत और समर्पण से भरी हुई है। एक समय था जब उन्होंने पेट्रोल पंप पर कॉफी बेचकर अपनी पहली कमाई — मात्र 30 रुपये — अर्जित की थी। आज वही शबाना आजमी 200 करोड़ रुपये की संपत्ति की मालकिन हैं और उनके नाम 5 नेशनल फिल्म अवॉर्ड दर्ज हैं।


🧬 रचनात्मक माहौल में हुआ जन्म

शबाना आजमी का जन्म 18 सितंबर 1950 को हैदराबाद में हुआ। उनके पिता कैफी आजमी भारत के प्रसिद्ध कवि और गीतकार थे, जबकि मां शौकत आजमी रंगमंच की जानी-मानी अभिनेत्री थीं। बचपन से ही कला और रचनात्मकता से भरे माहौल में पली-बढ़ीं शबाना का रुझान अभिनय की ओर हुआ।

उन्होंने भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई), पुणे से अभिनय की शिक्षा ली, जहां से निकलने के बाद उन्होंने अपने अभिनय सफर की शुरुआत की।


☕ संघर्ष के दिनों में बेची थी कॉफी

अपने संघर्ष के दौर में शबाना आजमी ने एफटीआईआई की ओर से आयोजित एक चैरिटी कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में उन्हें एक पेट्रोल पंप पर खड़ा होकर कॉफी बेचनी पड़ी। उसी दिन उन्होंने अपने जीवन की पहली कमाई — सिर्फ 30 रुपये — हासिल की थी।

आज उस घटना को याद करते हुए वह इसे अपने करियर की “पहली कमाई और सबसे कीमती अनुभव” बताती हैं।


🎥 पहली फिल्म से ही छा गईं पर्दे पर

शबाना आजमी ने अपने करियर की शुरुआत श्याम बेनेगल की फिल्म ‘अंकुर’ (1974) से की थी। इस फिल्म में उनके अभिनय को इतना सराहा गया कि उन्हें अपने डेब्यू पर ही राष्ट्रीय पुरस्कार (नेशनल अवॉर्ड) सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का सम्मान मिला।

इसके बाद उन्होंने ‘अर्थ’, ‘खंडहर’, ‘पार’ जैसी फिल्मों में लगातार दमदार अभिनय किया और 1982 से 1984 तक लगातार तीन साल नेशनल अवॉर्ड जीतकर इतिहास रच दिया।
उनका पांचवां राष्ट्रीय पुरस्कार उन्हें 1999 में ‘गॉडमदर’ फिल्म के लिए मिला।


🎭 150 से अधिक फिल्मों में निभाए यादगार किरदार

पांच दशकों से भी ज्यादा लंबे करियर में शबाना आजमी ने 150 से अधिक फिल्मों में काम किया है। उन्होंने हिंदी के अलावा कई अन्य भारतीय भाषाओं में भी अभिनय किया।
उनकी फिल्में सिर्फ मनोरंजन तक सीमित नहीं रहीं — उन्होंने समाज, राजनीति और महिला सशक्तिकरण जैसे मुद्दों पर भी गहरी छाप छोड़ी।

शबाना आजमी न केवल एक उत्कृष्ट अभिनेत्री हैं, बल्कि महिला अधिकारों और सामाजिक न्याय की मजबूत आवाज भी हैं। उन्होंने अपने मंच का उपयोग समाज में बदलाव लाने के लिए किया है।


💍 निजी जीवन और संपत्ति

1984 में शबाना आजमी ने प्रसिद्ध गीतकार और पटकथा लेखक जावेद अख्तर से विवाह किया। जावेद की पहली पत्नी अभिनेत्री और लेखिका हनी ईरानी थीं, जिनसे उनके दो बच्चे — फरहान अख्तर और जोया अख्तर — हैं।

शबाना और जावेद अख्तर ने बच्चों को जन्म न देने का फैसला किया, लेकिन दोनों ने कला और समाजसेवा के क्षेत्र में मिलकर एक मिसाल कायम की।

कई मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, शबाना आजमी की कुल संपत्ति करीब 200 करोड़ रुपये आंकी जाती है। यह उनकी मेहनत, प्रतिभा और भारतीय सिनेमा में लंबे समय से बनाए गए प्रभाव का प्रमाण है।


🌟 निष्कर्ष

शबाना आजमी की जीवन यात्रा इस बात की मिसाल है कि संघर्षों के रास्ते पर भी अगर व्यक्ति अपने सपनों के प्रति दृढ़ रहे, तो सफलता अवश्य मिलती है। पेट्रोल पंप पर कॉफी बेचने से लेकर नेशनल अवॉर्ड और करोड़ों की संपत्ति तक — शबाना आजमी की कहानी भारतीय सिनेमा की “रियल-लाइफ गॉडमदर” की कहानी है।

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