कमजोर शुरुआत के साथ खुला भारतीय शेयर बाजार
भारतीय शेयर बाजार ने मंगलवार को गिरावट के साथ शुरुआत की। कमजोर वैश्विक संकेतों और विदेशी निवेशकों की भारी बिकवाली की वजह से बाजार खुलते ही दबाव में आ गया। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही सूचकांकों में गिरावट दिखाई दी।
सेंसेक्स और निफ्टी में शुरुआती कमजोरी
शुरुआत में बीएसई सेंसेक्स 124.95 अंक टूटकर 84,775.76 पर खुला।
वहीं एनएसई निफ्टी 35.35 अंक की गिरावट के साथ 25,924.15 के स्तर पर आ गया।
सोमवार का सत्र भी बाजार के लिए कमजोर रहा था। उस दिन सेंसेक्स 331.21 अंक गिरकर 84,900.71 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 108.65 अंक की गिरावट के साथ 25,959.50 तक गिरा था।
इन शेयरों में दिखी कमजोरी, कुछ में तेजी भी
सेंसेक्स की कई कंपनियों के शेयर दबाव में रहे।
गिरावट वाले प्रमुख शेयर
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पावर ग्रिड
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टाटा मोटर्स (PV)
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इंफोसिस
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टेक महिंद्रा
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ट्रेंट
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भारती एयरटेल
तेजी वाले शेयर
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रिलायंस इंडस्ट्रीज
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भारत इलेक्ट्रॉनिक्स
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टाटा स्टील
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भारतीय स्टेट बैंक (SBI)
एफआईआई की बिकवाली ने बढ़ाया बाजार पर दबाव
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी. के. विजयकुमार ने बताया कि निफ्टी सितंबर 2024 के ऊपरी स्तर को पार करने की कोशिश कर रहा था, लेकिन एफआईआई की ताजा बिकवाली इसके लिए बड़ी बाधा बन रही है।
सोमवार को विदेशी निवेशकों ने कैश मार्केट में 4,171 करोड़ रुपये की बड़ी बिकवाली की।
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रशांत तापसे ने कहा कि निफ्टी का 26,000 के नीचे बंद होना बाजार में अनिश्चितता बढ़ा रहा है।
नवंबर में एफआईआई की 18,013 करोड़ रुपये की निकासी और भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर स्थिति स्पष्ट न होने से निवेशकों की भावनाएं कमजोर हो रही हैं।
एशियाई बाजारों में मिला समर्थन
एशियाई बाजारों ने मंगलवार को मजबूती दिखाई।
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जापान का निक्केई 225
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दक्षिण कोरिया का कोस्पी
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शंघाई का एसएसई कम्पोजिट
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हांगकांग का हैंग सेंग
सभी सूचकांक हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। इससे वैश्विक माहौल कुछ हद तक सकारात्मक बना।
तेल कीमतों में गिरावट
वैश्विक बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.38% की गिरावट के साथ 63.13 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई। तेल कीमतों में गिरावट से आयातक देशों को राहत मिलने की संभावना है।
एफआईआई–डीआईआई गतिविधि
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एफआईआई बिक्री: 4,171.75 करोड़ रुपये
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डीआईआई खरीद: 4,512.87 करोड़ रुपये
घरेलू संस्थागत निवेशकों की तरफ से की गई खरीदारी ने बाजार को और नीचे जाने से रोका।



