रुद्रप्रयाग- श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ के साथ क्रौंच पवर्त स्थित भगवान कार्तिक स्वामी मंदिर में महायज्ञ का शुभारंभ हो चुका है। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी मंगलवार को विधि-विधान के साथ पूजा पाठ करते हुए महायज्ञ का आंरभ किया गया। भगवान कार्तिकेय का आह्वान करते हुए पुजारियों द्वारा इस महायज्ञ का श्रीगणेश किया गया। क्षेत्र की सुख शांति और विश्व कल्याण के लिए हर साल कार्तिक स्वामी में जून माह में महायज्ञ का आयोजन किया जाता है इस वर्ष भी स्थानीय लोगों के साथ ही श्री कार्तिकेय मंदिर समिति के पदाधिकारियों के सहयोग से इस आयोजन का शुभारंभ हुआ। ग्रामीणों द्वारा ढोल दमाऊ के साथ स्वारी ग्वास से भगवान कार्तिक का प्रतीक चिन्ह कार्तिक स्वामी मंदिर ले जाया गया, जिसमे सभी भक्तों ने इस धार्मिक यात्रा में भाग लिया। वहीं कार्तिक स्वामी में सभी परम्पराओं को निभाते हुए कथा व्यास द्वारा पुस्तक पूजा की गई और इसके बाद धार्मिक आयोजन शुरू हुआ। सबसे पहले कथा वाचक वासुदेव थपलियाल ने कहा कि कार्तिक स्वामी सिद्धपीठ के रूप में प्रसिद्ध है। उन्होंने कहा कि कठिन परिस्तिथियों के बाद भी महायज्ञ का सफल आयोजन भगवान की शक्ति और भक्तों की आस्था के कारण ही सफल होता है। उन्होंने भगवान कार्तिकेय के बारे में भक्तों को बताया। इस अवसर पर बाडव, कान्दी, जाबरी, तड़ाग, जहंगी, घिमतोली, पिल्लू, जयकंडी, आदि से ग्रामीण दर्शन करने पहुचे थे।