देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शनिवार को हिमाचल के मंडी में युवा विजय संकल्प रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हिमाचल की युवा शक्ति ने हमेशा अलग-अलग मोर्चों पर देश को गौरवान्वित होने का अवसर दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हिमाचल न आने का मलाल है। यह जनता का प्यार है कि वह भारी बारिश में कुर्सियों का छाता बनाकर खड़े हैं। मंडी में हो रहा आयोजन युवाओं के जोश का प्रतीक है। दुनिया में भारत की साख जैसे बढ़ रही है। वैसे दुनिया हमसे जुड़ने के लिए उत्सुक है।
उन्होंने आगे कहा कि कुल्लू शॉल, चंबा चप्पल को जीआई टैग मिला है। विश्व में इन उत्पादों ने अपनी जगह बनाई है। जब भी विदेशी दौरा होता है तो हिमाचल के उत्पाद उपहार में देता हूं। ताकि उन्हें बता सकूं कि किस प्रकार मैं हिमाचल से जुड़ा हूं। हिमाचल को वैश्विक फार्मा हब बनाया जाएगा। हिमाचल प्रदेश किसान- बागवानों का राज्य है। इसको केंद्र की नीतियों से बल मिल रहा है। युवाओं को रोजगार मिल रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने नेशनल हाईवे के लिए सात गुना राशि दी है। प्रदेश में विकास हो रहा है। केंद्रीय बजट में पहाड़ी क्षेत्रों में रोपवे को बढ़ावा दे रहे हैं। सरकार ने युवाओं के लिए कई नीतियां बनाई हैं। हिमाचल उन प्रदेशों में है जिसने ड्रोन नीति बनाई है। देश की अगवानी करने के लिए जयराम ठाकुर बधाई के पात्र हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि मिली-जुली सरकारों से देश को नुकसान होता है। राज्य में विकास के लिए स्थिर सरकार जरूरी है। हिमाचल का विकास भाजपा ही कर सकती है। केंद्र सरकार ने हाटी समुदाय को एसटी का दर्जा दिया है। इस क्षेत्र के लोगों की दशकों से चली आ रही मांग को भाजपा सरकार ने पूरा करके दिखाया है।
उन्होंने कहा कि बिलासपुर का एम्स बनकर तैयार हो गया है। मोहाली में हाल ही में शुरू किए गए कैंसर अस्पताल का हिमाचल को सबसे ज्यादा लाभ होगा। हिमाचल के लोगों का जोश, उमंग, उत्साह यूं ही बढ़ता रहेगा। मुझे विश्वास है। मैं फिर क्षमा चाहता हूं। आपका आशीर्वाद मेरे लिए बड़ी ऊर्जा है। हमारे प्यार में मौसम भी बीच में नहीं आ सकता। भीग गए हो। ध्यान रखना। घर ध्यान से लौटना।
मोदी ने कहा कि मंडी के पड्डल मैदान में भाजपा की युवा विजय संकल्प रैली में मौसम खराब होने के कारण पीएम नरेंद्र मोदी नहीं आ पाए। वे दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से संबोधन कर रह हैं।इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी का इंतजार हो रहा है था। रैली स्थल पर तेज बारिश होने पर मंच से अपील की गई कि बारिश जितनी तेज हो जाए, स्थल छोड़ के न जाएं।
बता दें, बारिश से बचने के लिए लोगों ने कुर्सियां सिर पर रख लीं। एसपीजी ने रैली स्थल पर छाते ले जाने पर प्रतिबंध लगाया है। कमरुनाग इस क्षेत्र में बारिश के देवता हैं। बीते दिन कमरुनाग के मंदिर में पूजा-अर्चना भी की गई थी।