देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का जन्मदिन 16 और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जन्मदिन 17 सितंबर को है I इसको लेकर भाजपा के कार्यकर्ताओं में खास उत्साह है I जिसके चलते प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने सीएम धामी के जन्मदिन को संकल्प दिवस के रूप में बनाने की घोषणा की I
बुधवार को प्रदेश पार्टी कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने कहा कि पार्टी 16 सितंबर को मुख्यमंत्री धामी के जन्मदिन को संकल्प दिवस के रूप मनाएगी। जिसके चलते युवा मोर्चा संकल्प दौड़ का आयोजन करेगा, महिला मोर्चा नदी-तटों पर संकल्प दीप जलाएगा। देहरादून, हल्द्वानी, रुद्रपुर, काशीपुर, कोटद्वार में गोष्ठियां होंगी, जिनमें आदर्श उत्तराखंड और मुख्यमंत्री के जीवन वृत्त पर चर्चा होगी। इन सभी कार्यक्रमों में सांसद, विधायक, पार्टी से जुड़े सभी जनप्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। सभी जिलों में होर्डिंग्स लगाए जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के जन्मदिन पर भाजपा उत्तराखंड को आदर्श राज्य बनाने का संकल्प लेगी और सेवा अभियान चलाएगी। इस दौरान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट कई जिलों के प्रवास पर रहेंगे और कार्यक्रमों में शामिल होंगे। उन्होंने सभी प्रभारी मंत्रियों को अपने जिलों में जाकर कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी करने के निर्देश दिए हैं।
2 अक्टूबर तक चलाया जाएगा अभियान
17 सितंबर को प्रधानमंत्री के जन्म दिन पर पूरे प्रदेश में विभिन्न सेवा कार्यक्रम आयोजित होंगे। इसकी शुरुआत सभी जिलों में पीएम के व्यक्तित्व पर आधारित प्रदर्शनी से होगी। जिलों में मंडल स्तर पर प्रधानमंत्री के अभिनंदन पत्र लिखे जाएंगे। 19 व 20 सितंबर को स्वच्छता अभियान चलेगा। 21 व 22 पौधारोपण के तहत पीपल के पौधे रोपे जाएंगे। कार्यकर्ता पेड़ पालक का जिम्मा लेंगे। 23 सितंबर को कार्यकर्ता धारा और नौला की सफाई करेंगे। 24 को बुद्धिजीवी सम्मेलन, 25 को दीन दयाल उपाध्याय की जयंती व मन की बात कार्यक्रम, 26 को टीबी मुक्त भारत, 27 को दिव्यांगों को कृत्रिम अंग वितरण, 28 को निशुल्क स्वास्थ्य शिविर, 29 को कोविड बूस्टर डोज जनजागरूकता अभियान, 30 को विविधता में एकता का उत्सव, एक अक्टूबर को वोकल फॉर लोकल अभियान और दो अक्टूबर को खादी खरीदें अभियान चलाया जाएगा।
सेवा पखवाड़ा के दौरान होने वाले 10 सबसे सर्वश्रेष्ठ कार्यक्रमों को पुरुस्कृत भी किया जाएगा। इस बार सभी कार्यक्रम प्रतिस्पर्धात्मक होंगे, जिन्हें राज्य व केंद्र के स्तर पर संगठन सम्मानित करेगा।