कहते है किसी भी चीज का इस्तेमाल जब तक तरीके से और एक हद तक किया जाता है तभी तक उसका असर रहता है वैसे भी बाबा रामदेव का हाल हो गया है जब तक उन्होंने योग सिखाकर लोगो को निरोग करने का काम करते रहे तब तक उनकी छवी आम जनता के बीच कुछ और ही थी पर अब जब बाबा रामदेव पतंजलि की तरफ ज्यादा ध्यान देने लगे तो लोग उन्हें योग गुरु बाबा रामदेव कम और एक व्यापारी की नजर से ज्यादा देखने लगे इतना ही नही बाबा के लाख दावों के बाद भी पतंजलि के प्रोडक्ट्स के सेम्पल फेल होने से अब पतंजलि से भी लोगो का विश्वास उठता जा रहा है।
बाबा ने जड़ी बूटी बनाने के साथ ही दवाई, बिस्कुट और शैम्पू सब कुछ बनाया और लोगों ने थोक में खरीदा। लेकिन इन दिनों पतंजलि आयुर्वेद पर ग्रहण छाया हुआ है। उनके प्रॉडक्ट लगातार फेल हो रहे हैं। ताज़ा खबर नेपाल से है। वहां की सरकार ने पतंजलि आयुर्वेद को अपनी छह दवाइयों को बाज़ार से वापस लेने को कहा है। क्योंकि वो मानकों पर खरी नहीं उतरतीं।
नेपाल के ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट एक नोटिस निकाल कर कहा है कि जांच के दौरान उत्तराखंड की दिव्य फार्मेसी में बनने वाली छह दवाओं के नमूने जांच में फेल हो गए हैं। ये नमूने अगल-अलग आउटलेट्स से इकट्ठा किए गए थे। सभी नमूने माइक्रोबियल जांच में फेल हुए हैं।
इन दवाओं के नमूने फेल हुए हैं
1. पतंजलि आमला चूर्ण (बैच नं AMC067)
2. दिव्य गैस हर चूर्ण (बैच नं A-GHCI31)
3. बहुची चूर्ण (बैच नं BKC 011)
4. त्रिफला चूर्ण (बैच नं A-TPC151)
5. अश्वगंधा (बैच नं AGC 081)
6. अद्विया चूर्ण (बैच नं DYC 059)
इनके अलावा एक और भारतीय दवा बैक्टोक्लैव (माइक्रो लैब लिमिटेड बैंगलुरु) भी टेस्ट में फेल हुई है
ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट ने अपील की है कि डॉक्टर ये दवाएं न लिखें और मेडिकल स्टोर इन्हें न बेचें।