रुड़की: देर रात संदिग्ध परिस्थितियों में भगवानपुर औद्योगिक क्षेत्र में एक फैक्टरी में आग लग गई। सूचना मिलने पर मौके पर पहूंची दमकल विभाग की 13 टीमें आग बुझाने में लगी रही। आग इतनी भीषण थी कि कई घंटो बाद आग पर काबू पाया जा सका है। वहीं, आग से करोड़ों का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार देर रात नारायण इंडस्ट्रीज रायपुर इंडस्ट्रीज एरिया भगवानपुर में भीषण आग लग गई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे प्रभारी भगवानपुर व प्रभारी रुड़की के नेतृत्व में तीन गाड़ियों ने अग्निशमन कार्य प्रारंभ किया। सीएफओ हरिद्वार अभिनव त्यागी भी मौके पर पहुँचे, परंतु आग को बढ़ते हुए देखकर मायापुर से 2 गाड़ियां एवं लक्सर एवं देहरादून से दो गाड़ियां एवं सहारनपुर से दो गाड़ियां मौके पर मंगाई गई।
आग इतनी भयावह थी कि कई लाख लीटर पानी एवं कई सौ लीटर फोम के इस्तेमाल के बाद भी आग पर काबू पाया जाना बहुत कठिन था। नजदीकी गोदरेज इंडस्ट्रीज की तरफ इस आग को बढ़ता देखकर फायर सर्विस ने तत्परता से आग पर काबू पाया एवं नारायण इंडस्ट्री के एक हिस्से में ही आग को चारों तरफ से घेरकर बुझाया गया जिसमें करीब 7-8 घंटे का समय लगा। फायर सर्विस की त्वरित कार्रवाई से आस पास मौजूद पचासों फैक्ट्रियों में आग फैलने से रोका गया तथा कई सौ करोड़ के नुकसान को टाला गया।
प्राथमिक जाँच में पाया गया है कि इंडस्ट्री के अंदर बल्ब एवं ट्यूबलाइट का काम संचालित था तथा प्रीतम इंडस्ट्रीज का वेयरहाउस भी मौजूद था। आग लगने का कारणों का अभी पता नहीं लग सका है परंतु सुरक्षा के प्रति लापरवाही कितना घातक साबित हो सकती है यह इस बात से सिद्ध है कि अगर घटना पर समय रहते काबू नहीं पाया जाता तो पूरा रायपुर इंडस्ट्रियल क्षेत्र आग का शिकार हो सकता था।
इस दौरान मौके पर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण स्वप्न किशोर सिंह, मुख्य अग्निशमन अधिकारी अभिनव त्यागी, क्षेत्राधिकारी मंगलौर बी एस चैहान, प्रभारी अधिकारी फायर यूनिट भगवानपुर अग्निशमन द्वितीय अधिकारी केशव दत्त तिवारी मौके पर मौजूद रहे।