उत्तराखण्ड की इस बेटी ने वो कर दिखाया जो देश मे अभी तक कोई नहीं कर पाया। यौन शक्ति(सेक्स पॉवर) बढ़ाने वाली दुर्लभ जड़ी (कीड़ाजड़ी) को घर पर अपनी लैब में ही उगा डाला।
बता चले कि मशरूम की प्रजाति कॉर्डिसेप्स मिलिटरीज प्राकृतिक रूप से उगने वाली कीड़ाजड़ी (कॉर्डिसेप्स साइनेसिस) का ही एक रूप है, जिसे कई देशों में इसके विकल्प के रूप में लैब में तैयार किया जाता है।
उत्तराखंड सरकार की मशरूम ब्रांड एंबेसडर और राष्ट्रपति के हाथों नारी शक्ति सम्मान से सम्मानित हो चुकी उत्तराखण्ड की बेटी दिव्या रावत ने एक बार फिर नाम रोशन किया है।
दिव्या ने दून के मोथरोवाला गांव से मशरूम उत्पादन की शुरुआत की थी। और इनकी कड़ी मेहनत और लगन से आज सौम्या फूड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी खोली जा चुकी है।
दिव्य ने अब तक मैदान से लेकर पहाड़ के कई गांवों में जाकर लोगो को मशरूम उत्पादन की ट्रेनिंग दी है। दिव्या की वजह से ही आज कई लोग बटन, मिल्की मशरूम और ओएस्टर मशरूम उगाकर रोजगार कर रहे है।