उत्तराखंड में भूस्खलन से कई गांव जिला मुख्यालय से कटे

देहरादून :उत्तराखंड में भारी बारिश पर्वतीय इलाकों में कई सड़कें बंद हो गई हैं। बीते 24 घंटे में ही भूस्खलन से 241 सड़कें बंद हो गई हैं। कई गांव जिला मुख्यालय से कट गए हैं। मौसम विभाग ने नौ से 13 जुलाई तक प्रदेश भर के सभी जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान मौसम विभाग ने मंगलवार को प्रदेशभर में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। खासकर, कुमाऊं के जनपदों में भारी बारिश होने की चेतावनी दी है। बुधवार को भी प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। हर्षिल घाटी के धराली में खीरगंगा उफान पर है। खीरगंगा के उफान पर आने से धराली बाजार को खतरा पैदा हो गया है। वहीं, हर्षिल और गंगोत्री घाटी मे दो दिन से विद्युत आपूर्ति ठप है। प्रदेशभर में बारिश ने परेशानी खड़ी कर दी है। भूस्खलन और मलबा आने से गंगोत्री-यमुनोत्री और बदरीनाथ हाईवे बंद हो गए हैं। यमुनोत्री हाईवे पर राना चट्टी से आगे झर्झरगाड़ के पास 100 से अधिक भू-धंसाव हो गया है। ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे सिरोहबगड़ में भी बंद है। जिससे वाहनों की लंबी कतार लग गई है। उधर, केदारनाथ हाइवे पर भी जगह जगह पत्थर गिर रहे हैं। नदियां खतरे के निशान पर हैं और कहीं-कहीं जानमाल को भारी नुकसान हुआ है। उत्तराखंड प्रशासन ने लोगों से 13 तारीख तक अपनी यात्रा संभल कर करने को कहा है।पिछले तीन दिन से प्रदेशभर में चल रहे बारिश का क्रम आगे भी जारी रहेगा।
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