देहरादून: दुनियाभर में मंकीपॉक्स के मामलों 70 हजार के पार पहुंच चुके है। जिसके चलते डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी कि आने वाले समय में पूरी दुनिया को इस वायरस की वजह से मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए लोगों को इसके मामलों में गिरावट दिखने के बाद भी एहतियात बरतना बंद नहीं करना चाहिए।
संगठन ने कहा कि पिछले हफ्ते जिन देशों में मंकीपॉक्स के केसों में बढ़ोतरी देखी गई, उनमें अमेरिकी महाद्वीप के कुछ देश शामिल है। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेडरोस अदनहोम गेब्रेहेसस ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि वैश्विक स्तर पर मंकीपॉक्स के केसों में भले ही कमी दर्ज की गई हो, लेकिन यह इस महामारी का सबसे खतरनाक समय हो सकता है।
उन्होंने बताया कि जहां दुनियाभर में इस वक्त मंकीपॉक्स के मामले घट रहे हैं, वहीं 21 देश ऐसे हैं, जहां पिछले एक हफ्ते में मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है। खासकर अमेरिकी महाद्वीप में स्थित देशों में। जहां दुनियाभर के कुल केसों में से 90 फीसदी मामले मिले हैं।
गेब्रेहेसस ने कहा कि मंकीपॉक्स के मामलों में गिरावट का ही समय सबसे खतरनाक हो सकता है, क्योंकि इस दौरान हम सोचते हैं कि संकट टल गया और हम एहतियात बरतना बंद कर देते हैं। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाने के साथ निगरानी व्यवस्था को भी बेहतर करने का काम कर रहा है।
डब्ल्यूएचओ प्रमुख के मुताबिक, कोरोनावायरस की तरह ही मंकीपॉक्स भी अभी चिंता का विषय है और संगठन इससे निपटने के लिए लगातार पूरी दुनिया को आगाह कर रहा है।