राष्ट्रपति पद के लिए लालकृष्ण आडवाणी का नाम न होने से कार्यकर्ता नाराज

एक समय मे प्रधानमंत्री मोदी के राजनैतिक गुरु कहे जाने वाले और भारतीय राजनीति में शुचिता के मानदंड कहे जाने वाले देश की राजनीति में वैचारिक महायुद्ध के अनथक महारथी, कुशल संगठक, गम्भीर अध्येता भारतीय जनसंघ से भारतीय जनता पार्टी तक की गौरवशाली यात्रा के अनथक पथिक भारतीय जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष ध्येयनिष्ठ के मूर्तिमान स्वरुप देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री और पूर्व गृहमंत्री लालकृष्ण आडवाणी जी के त्याग बलिदान और धैर्य की लगातार परीक्षा लेने वाले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हेतू लाल कृष्ण आडवाणी का नाम दूर दूर तक न लिए जाने से भाजपा व साथ ही कई हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखने को मिल रही है।

कई कार्यकर्ताओ द्वारा सोशल मीडिया पर भी इस बात की नाराजगी जताते हुए पीएम मोदी को घेरा जा रहा है। जिस सोशल मीडिया में एक समय मे मोदी ही मोदी चमका करते थे आज उसके खिलाफ अपने ही लोगो की नाराजगी आने वाले लोकसभा चुनाव में मोदी को नुकसान भी पहुचा सकती है।

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