बेलगाम पुलिसकर्मी जनता के सामने अधिकारियों को ही बोल रहे अपशब्द, अपने हिसाब से ड्यूटी करने की जिद्द पर अड़ा पुलिसकर्मी

एसएसआई के आदेश के बाद भी बात करने से किया साफ़ मना
अधिकारी खुद ही आकर संभाल ले ट्रैफिक: पुलिसकर्मी
संस्कृति और उत्तराखण्ड
कोटद्वार-आज देर रात कोटद्वार के लालबत्ती चौक के निकट स्तिथ सब्जी मंडी में एक कार चालक बीच सड़क पर कार खड़ी कर सब्जी लेने चला गया। काफी देर तक चालक के न आने के कारण एक बाद एक गाड़ियों की लाइन लगने से ट्रेफिक व्यवस्था बिगड़ने लगी। जिस कारण स्थानीय लोगो द्वारा वहा मौजूद पुलिसकर्मी से गाड़ी मालिक से गाड़ी साइड लगवाने की बात कही जिसके बाद भी वहा मौजूद पुलिसकर्मी अपनी कुर्सी से नहीं हिला। ये देखकर एक के बाद एक सभी लोग वहा से जाने लगे। इसी बीच एक और व्यक्ति द्वारा जब मौजूद पुलिसकर्मी से गाड़ी मालिक की शिकायत करते हुए गाड़ी हटवाने की बात कही गयी तो उसने तहस में आकर शिकायतकर्ता से ये कहकर गाली गलोंच शुरू कर दी गई में ड्यूटी करू न करू तू होता कौन है बोलने वाला। ये सुनते ही शिकायतकर्ता ने मौके पर ही सीओ कोटद्वार को फ़ोन किया गया लेकिन किसी कारणवश उन्होंने फ़ोन नहीं उठाया जिंसके बाद प्रभारी निरीक्षक के नंबर पर संपर्क किया गया और उनका फ़ोन एसएसआई मोहम्मद यूनुस सैफी द्वारा उठाया गया और पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी गयी जिसके बाद एसएसआई ने मौके पर उपस्तिथ पुलिसकर्मी से बात कराने को कहा लेकिन पुलिसकर्मी ने फ़ोन का स्पीकर ऑन होने पर भी एसएसआई से बात करने से साफ़ मना कर दिया यही नहीं जिंसके बाद उक्त पुलिसकर्मी कुर्सी से खड़े होकर झल्लाते हुए सबके सामने एसएसआई और आला अधिकारियों को अपशब्द बोलते हुए कहने लगा की वो खुद आकर ट्रैफिक कन्ट्रोल कराले में अपने हिसाब से ही ड्यूटी करूँगा। और फिर जाकर अपनी कुर्सी पर बैठ गया। कोटद्वार में ट्रफिक से जुडी समस्याओं की शिकायतें आये दिन सामने आती रहती है लेकिन बीती रात इस बात का प्रमाण जनता ने भी देख लिया की आखिर जब ट्रेफिक संभालने वाले पुलिसकर्मी इतने बेलगाम हो चुके है कि जनता की बात न सुनने के साथ ही आला अधिकारियों से बात तक नहीं कर रहे और साथ ही अपने अधिकारियों के लिए जनता के सामने ही अपशब्द बोल रहे है तो ट्रैफिक व्यवस्था कैसे सुचारू होगी और आम जनता की नजर में पुलिस की छवि क्या होगी।
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