छात्र राजनीति को लेकर सौरव पांडे(छात्रनेता) के विचार, पीजी कॉलेज कोटद्वार
छात्रसंघ युवाओ के लिए राजनीति का पहला पड़ाव होता है इसलिए कोशिस करनी चाहिए कि इसे बेहद ईमानदारी, मेहनत और लगन से निभाया जाए। छात्रहित के मुद्दे उठाए जैसे कॉलेज में छात्र-छात्राओं को प्रत्येक विषय के अध्यापक उपलब्ध न हो तो विद्यालय प्रसाशन से बात करना, कॉलेज की साफ-सफाई, पीने के पानी, छात्राओ के लिए शौचालय आदि की समस्याओं को उठाना। लाइब्रेरी में किताबो की कमी हो या लैब में प्रेक्टिकल के लिए सामान उपलब्ध होना।
विकलांग छात्रो के लिए आने-जाने, क्लास में बैठने की सुविधा जैसे मुद्दे उठाना और इन्हें लेकर काम करना छात्र राजनीति मे एक अच्छा कदम होगा। और सबसे बड़ी बात की चुनाव के वक्त भले ही सभी दल अपना प्रचार प्रसार करके खुद को विजयी बनाना चाहते हो लेकिन इससे अतिरिक्त पूरे साल भर सब को साथ रहना चाहिए चाहे वो कोई भी दल हो और राजीनीति से अलग सबका उद्देश्य छात्रहित ही होना चाहिए।
मैं चाहता हु जिन लोगो के दिल और दिमाग मे छात्र राजनीति का मतलब सिर्फ पुलिस से गाड़िया छुड़ाना और शराब के ठेके से शराब लेना है उन्हें हम सब मिलकर दिखा दे कि छात्र राजनीति वो नही जो आप सोचते है छात्र राजनीति वो है छात्र-छात्राओं के हित मे कार्य करती है।
आपका अपना- सौरभ पांडेय
पीजी कॉलेज कोटद्वार