कोटद्वार- वरिष्ठ पत्रकार और उत्तराखंड के जाने माने फ़ोटो जॉर्नलिस्ट कमल जोशी अब हमारे बीच नही रहे, आज दिन में अपने गोखले मार्ग स्तिथ आवास पर उन्होंने फासी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
वे करीब 65 वर्ष के थे। उनके निधन की खबर लगते ही पुलिस, प्रशासन के अधिकारी, पत्रकार व उनके परिचित लोग उनके आवास पर पहुंचे।
वे अपने आवास पर कमरे की दीवार के कुंडे पर रस्सी के सहारे लटके मिले। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है। उनके निधन की खबर से उनके परिजनों, परिचितों, पत्रकार जगत में शोक की लहर छा गई।
कमल जोशी अपने कोटद्वार गोखले मार्ग स्थित आवास पर अकेले ही रहते थे। बताया जाता है कि रविवार शाम को वह किसी काम के लिए पड़ोसियों से सीढ़ी मांगकर ले गए थे। सोमवार शाम करीब चार बजे जब पड़ोसियों को सीढ़ी की जरूरत पड़ी तो वे सीढ़ी लेने उनके आवास पर गए।
जहा दरवाजा बंद था, लेकिन कुंडी नहीं लगी थी। पड़ोसियों ने बाहर से आवाज दी तो उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। मोबाइल पर संपर्क करने पर भी घंटी बजती रही, लेकिन मोबाइल उठा नहीं।
वरिष्ठ पत्रकार कमल जोशी के निधन की खबर से शहर में शौक की लहर छा गया। उनके जाने से पहाड़ की एक फोटो पत्रकारिता की हस्ती का अन्त हो गया है। स्वर्गीय जोशी मूल रूप से जनपद रूद्रप्रयाग के घोलतीर के रहने वाले थे। जीवन के शुरूवाती दौर से लेकर 65 वर्ष की ताउम्र तक कमल जोशी ने फोटो पत्रकारिता के जूनन को कायम रखा और अचानक सोमवार को उनकी देह मृत मिली। राष्ट्रीय व अन्तराष्ट्रीय पत्र व पत्रिकाओं में उनके प्रकाशित लेख और उनका फोटो संग्रह हमेशा से प्रेरणा दायक रहे है। उत्तराखंड राज्य निर्माण आन्दोलन में भी कमल जोशी की भूमिका किसी से छिपी नही है। पत्रकारिता और छाया पत्रकारिता के साथ कमल जोशी समाज सुधारक व समाजसेवी कार्यो में जीवन के अन्तिम छणों तक जुटे रहे। कमल जोशी की मृत्यु के बारे लोगों को सोमवार शांय 5 बजे के बाद पता चला। जानकारी के अनुसार वे दो दिन पूर्व ही कुमांऊ से लौटे थे।
घुमक्कड़ ज्ञाता जीवन जीने के आदि रहे कमल जोशी ने ताउम्र शादी नही की। पंच केदार, पंच बदरी और पंच प्रयाग की महता को फोटो और लेखों के माध्यम से देश विदेश तक पहुचाने का कार्य वे अपने जीवन के अन्तिम छणों तक करते रहे उनकी मौत के कारणों का परदा शासन प्रशासन उठा पायेगा या नही यह अनसुलझा सवाल वे अपने पीछे छोड़ गये। कमल जोशी के मृत देह आवास पर होने की सूचना पर क्षेत्र के लोगों और पत्रकारों का उनके आवास पर जमवाड़ा लग गया और अपर पुलिस अधीक्षक हरीश वर्मा व पुलिस क्षेत्राधिकारी जेआर जोशी मय फोर्स उनके आवास पर ही पहुंचे जहां वे जोशी के मौत के कारणों को भी तलास रहे है। ज्ञात हो कि कमल जोशी घर पर अकेले ही रहते थे।