नई दिल्ली- इस दीवाली पटाखों की बिक्री पर रोक लगाए जाने के फैसले से ज्यादातर लोग खफा है। लोगो का मानना है कि दीवाली पटाखों के बिना अधूरी है। पटाखे नहीं फोड़े जाएंगे तो इस बार दिवाली सूनी सी रहेगी।
पटाखा व्यापारी एसोसिएशन ने सुप्रीम कोर्ट पर विशेष पुनर्विचार याचिका डाली है। इतना ही नही आठ साल की एक बच्ची ने पटाखे की बिक्री पर रोक को लेकर सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश को पत्र भी लिखा है।
दिल को छू जाने वाला ये पत्र पिलखुआ के किशनगंज की रहने वाली छात्रा लुभा ने सुप्रीम कोर्ट के जजों को लिखकर अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की है। लुभा ने पत्र में लिखा कि जज अंकल, हम मानते है कि पटाखों की वजह से दिवाली के दो-चार दिन प्रदूषण की मात्रा बढ़ जाती है लेकिन अगर पटाखे नहीं छूटेंगे तो हमारी दिवाली बेकार हो जाएगी।
सभी लोग पूरे साल दिवाली का इंतजार करते हैं। इस दिन फुलझड़ी और रोशनी जलाते हैं। हम आवाज वाले बम नहीं फोड़ते हैं। इस बार हमें पटाखे नहीं मिलेंगे। पापा ने कहा कि दुकानें बंद हो जाएंगी। प्लीज जज अंकल, पटाखों की दुकानें लगने दीजिए।
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली एनसीआर में पटाखों की बिक्री पर रोक लगा रखी है। ऐसे ही न जाने कितने बच्चे होंगे जो इस पटाखों की बिक्री पर रोक लगने से दुखी है।