देहरादून: बदलते मौसम के साथ बिमारियों ने भी दस्तक देनी शुरू कर दी है I इस सीजन के डेंगू का पहला मामला सामने आया है I कोरोना के बढ़ते मामलों के साथ अब डेंगू के आने से प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग के लिए दौहरी चुनौती खड़ी हो गई है I
वसंत विहार क्षेत्र के इंदिरानगर स्थित डे-बोर्डिंग स्कूल के 51 वर्षीय शिक्षक की कई दिनों से तबीयत खराब थी। इसके बाद डेंगू की जांच करवाई गई। शिक्षक में डेंगू की पुष्टि हुई है। हालांकि, शिक्षक की हालत सामान्य बताई जा रही है। स्कूल के हॉस्टल में ही शिक्षक इलाज चल रहा है।
जिला मलेरिया नियंत्रण अधिकारी सुभाष जोशी के अनुसार, जांच रिपोर्ट में डेंगू की पुष्टि हुई। इस सीजन में देहरादून का यह पहला मामला है। उत्तराखंड में अब तक दो मामले सामने आ चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग ने उस क्षेत्र का दौरा किया, जहां शिक्षक रहते हैं और पढ़ाते हैं। हालांकि, वहां लार्वा नहीं मिला।
साथ ही देहरादून में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं गुरुवार को भी जिले में 178 मामले सामने आए। वहीं, श्रीमहंत इंदिरेश अस्पताल में कोरोना से संक्रमित दो लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा सीजन का पहला डेंगू केस भी देहरादून में मिला है। स्वास्थ्य विभाग दावा कर रहा है कि दून में पर्याप्त इंतजाम हैं। लेकिन अगर कोरोना और डेंगू के केस लगातार बढ़े तो राज्य के लिए बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है।
डेंगू के लक्षण
वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. एनएस बिष्ट, डॉ. नारायण जीत सिंह और डॉ. प्रवीण पंवार के मुताबिक, तेज बुखार, सिर में तेज दर्द, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों (बदन) और जोड़ों में दर्द, स्वाद का पता न चलना, भूख न लगना, छाती पर खसरे जैसे दाने, चक्कर आना, जी घबराना और उल्टी आना डेंगू के लक्षण हैं। लोग डॉक्टरी सलाह पर ही दवाएं लें।