देहरादून: बदरुद्दीन अजमल ने आम लोगों की पीड़ा के प्रति सरकार की कथित उदासीनता के लिए केंद्र सरकार के नेताओं की आलोचना की। उन्होंने सबसे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर निशाना साधा हैं| उन्होंने कहा कि भारत का पैसा वित्त मंत्री के पास है। उन्हें कैसे पता चलेगा कि एक व्यक्ति कुछ खरीदने के लिए कितना खर्च करता है?
एआईयूडीएफ प्रमुख ने भाजपा पार्टी के मंत्रियों और सांसदों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि किसी भी मंत्री के लिए कोई महंगाई नहीं है। भाजपा सांसदों को अपनी पत्नियों से पूछना चाहिए कि वे रसोई कैसे चला रहे हैं। सरकार को ध्यान देना चाहिए अन्यथा 2024 में महंगाई उनकी सरकार को खा जाएगी।
वहीं मदरसे के बुरे लोगों से कोई सहानुभूति न जताते हुए उन्होंने कहा कि वे लोग जहां-कहीं भी मिलें, सरकार उन्हें गोली मार दे। अगर मदरसा में 1-2 बुरे टीचर हैं तो सरकार जांच करे और उन्हें हिरासत में ले। जांच पूरी होने पर उन्हें उठाए और जो करना चाहे करे।
बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि अगर उन लोगों की वजह से पूरे मुस्लिम सुमदाय को जिहादी कहा जाएगा तो यह जिहाद नहीं है, यह आतंकवाद है। सरकार को उन्हें रोकना चाहिए। उन्हें अपनी सीमाओं की रक्षा करनी चाहिए और अपनी खुफिया जानकारी को मजबूत करना चाहिए।