उत्तराखण्ड के इस शिक्षा अधिकारी ने क्यो छुए मंत्री यशपाल आर्य के पैर, हैरान करने वाली है वजह

देहरादून। चमचागिरी के लिए पार्टी के कार्यकर्ता किसी भी हद तक चले जाते है लेकिन अब वो दौर भी आ गया जब अधिकारी तक खुलेआम मंत्रियों की चमचागिरी करने लगे है। बिहार उत्तर प्रदेश तो छोड़िए हमारे यहां भी अधिकारी मंत्रियों के पैर छूकर काम निकलवा रहे हैं। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि उत्तराखण्ड में कुछ अफसर कौन सी कार्य संस्कृति के तहत काम करने के लिए आगे आ रहे हैं अगर इस छोटे से राज्य में भी कुछ अफसर अपनी कुर्सी बचाने के लिए राजनेताओं के चरणों में झुकने लगे तो उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह किस शैली में अपने कामकाज को अंजाम दे रहे हैं।
कहावत है कि चापलूसी इंसान से जो न कराए वह कम है अब तक बिहार और उत्तरप्रदेश जैसे राज्यों में ही इस तरह की खबरें आती थी कि बाहुबली विधायक मंत्री या फिर पार्टी के नेताओं के पैर पुलिस के अधिकारी और दूसरे पेशे के लोग पब्लिक के सामने ही छू लिया करते थे। लेकिन हमारा उत्तराखंड भला कहा पीछे रहता उत्तराखंड में भी अब ऐसे अधिकारियों की कमी नहीं है जो अपना काम निकलवाने के लिए किसी भी हद तक गुजर जाने पर परहेज नहीं करते। एक वाकया हुआ है बाजपुर में जहां क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मिनिस्टर यशपाल आर्य बालिका छात्रावास में वृक्षा रोपण के कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे वहीं खण्ड शिक्षा अधिकारी और कई शिक्षक भी मौजूद थे। इस समारोह के बीच ही खण्ड शिक्षा अधिकारी सभी के सामने मंत्री जी के पैर छू रहे हैं और अपने पद की गरीमा तक को भूल गये है शायद काबिले तारीफ होता कि अगर मंत्री जी किसी शिक्षक के पैर छूते मगर शिक्षा विभाग के अधिकारियों की पैर छूने वाली चापलूसी देखकर तो आप समझ ही गये होंगे। कि ये वो अधिकारी है जो नेताओं और मंत्रियों की परिक्रमा कर अपने ट्रांसफर पोस्टिंग कराने मे विश्वास रखते है. बताया जाता है कि खण्ड शिक्षा अधिकारी हवलदार प्रसाद 2010 से 2012 तक पहले तैनात थे उसके बाद फिर मई 2017 में खण्ड शिश्रा अधिकारी अपनी मानचाही जगह बाजपुर में फिर से तैनात हो गये। अब मंत्री जी के पैर छूने का मतलब क्या है यह तो आप जान ही रहे होंगे दरअसल सरकार में अपनी पकड़ और मनचाहा प्रमोशन के लिए मनचाही जगह के लिए इस तरह के अधिकारी यह सब हरकत करते हैं।
यहां यह उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ वर्षों से देखने में आ रहा है कि उत्तराखण्ड में तैनाती पाने के लिए पुलिस व शासन प्रशासन के कुछ अफसर नेताओं की परिक्रमा करने के साथ-साथ उनकी चरण वंदना करने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं। यही कारण है कि राज्य में दर्जनों अफसर चापलूसी के दम पर जिलों में तैनात हो रखे हैं जो कि इस छोटे से राज्य की जनता के लिए काफी घातक है

साभार: क्राइम स्टोरी

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