देहरादून: 27 महीने जेल में रहने के बाद जमानत पर बाहर आए सपा नेता आजम खान की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है। जांच और मुकदमे में उलझे आजम खान ने रामपुर में बुधवार को एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा कि ईडी-सीडी जो भी बुलाएगा जाएंगे और कुछ नहीं बताएंगे।
दरअसल आजम खां पर ईडी ने 2019 में केस दर्ज किया था। इस दौरान आजम खान पर जौहर विश्वविद्यालय के लिए जमीन कब्जाने के कई मुकदमे दर्ज थे। आजम खान को भू माफिया भी घोषित कर दिया गया था।
आपको बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को उनसे 6.30 घंटे तक पूछताछ की। इस दौरान जौहर अली ट्रस्ट से जुड़े लेन-देन के अलावा उनके आय के स्रोत के बारे में भी सवाल किए गए। ईडी ने नोटिस जारी करके उन्हें 15 जुलाई तक पेश होने को कहा था, लेकिन वह पहले ही पहुंच गए थे।
सूत्रों के अनुसार ईडी के अफसरों ने उनसे रामपुर में स्थापित जौहर विश्वविद्यालय और उसका संचालन करने वाले ट्रस्ट को हुई फंडिंग के बारे में जानकारी मांगी। ईडी को इस ट्रस्ट में कुछ संदिग्ध लेन-देन होने का अंदेशा है। ईडी ने उन्हें गुरुवार को भी बुलाया और बैंक स्टेटमेंट और निवेश से संबंधित दस्तावेज मुहैया कराने को कहा है।