दिल्ली में सोमवार शाम हुए धमाके के बाद उत्तराखंड के चमोली जिले में पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर आ गया है। प्रशासन ने बदरीनाथ धाम समेत जिले के कई संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को सख्त कर दिया है। बदरीनाथ धाम में बम निरोधक दस्ता (Bomb Disposal Squad) और असम राइफल्स की संयुक्त टीम को तैनात कर दिया गया है।
मंगलवार सुबह असम राइफल, बम निरोधक दस्ता, पुलिस और एसडीआरएफ ने बदरीनाथ धाम में संयुक्त सुरक्षा ड्रिल (Joint Security Drill) आयोजित की। इस दौरान धाम के आसपास के इलाकों में गहन चेकिंग अभियान चलाया गया और सुरक्षा तैयारियों की बारीकी से समीक्षा की गई।
इसके साथ ही, ज्योतिर्मठ क्षेत्र में भी पुलिस और बम निरोधक दस्ता ने संयुक्त रूप से सघन जांच अभियान चलाया। संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की तलाशी के साथ-साथ प्रमुख धार्मिक स्थलों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में विशेष निगरानी रखी जा रही है।
पुलिस ने सोमवार देर रात से ही जिले के मुख्य प्रवेश द्वारों — गैरसैंण, ग्वालदम, मंडल रोड और गौचर — पर वाहनों की सघन तलाशी शुरू कर दी थी। हाईवे पर भी पुलिस चौकसी बढ़ा दी गई है और जगह-जगह नाकाबंदी कर चेकिंग की जा रही है।
एसपी चमोली सुरजीत सिंह पंवार ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जिले की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करना है, ताकि कोई भी संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु जिले की सीमा में प्रवेश न कर सके। उन्होंने कहा कि “धार्मिक स्थलों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके।”
प्रशासन की इस तत्परता से साफ है कि दिल्ली धमाके के बाद उत्तराखंड पुलिस किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।



